पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को छत्रसाल स्टेडियम में 'जनता की अदालत' कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरा उन्होंने बीजेपी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए साथ ही बीजेपी को गरीब विरोधी पार्टी बताया. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, बीजेपी गरीब आदमियों की नौकरी छीन रही है.
बस मार्शल के मुद्दे पर बोले केजरीवाल
इन्होंने 15 हजार सैलरी पाने वाले बस मार्शल को हटाकर बेरोजगार कर दिया. इन्होंने पर्ची बनाने वाले हजार लोगों को हटा दिया. मैं जेल में था तो पता चला कि कई सफाई करने वालों को भी इन लोगों ने हटा दिया है. ये आपका हित सोचने वाले पार्टी नहीं है. आपका हित सोचने वाली पार्टी हम हैं.
इसी दौरान अरविंद केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज की एक दिन पहले की घटना का जिक्र किया और कहा कि, उन्होंने मार्शलों की बहाली को लेकर बीजेपी नेताओं के पैर पकड़ लिए. केजरीवाल ने कहा कि, 62 सीट जीतने वाली पार्टी का नेता 8 सीटें जीतने वाली पार्टी के पैरों में गिर गया. केजरीवाल ने कहा कि, 'कल सौरभ भारद्वाज नहीं, इस देश जनतंत्र बीजेपी के पैरों पर कराह रहा था.'
कल क्या हुआ था?
दरअसल, शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी और बीजेपी विधायकों के साथ बस मार्शलों की बहाली को लेकर कैबिनेट नोट सौंपने और उस पर मंजूरी के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय पहुंचीं थीं. आम आदमी पार्टी का कहना है बीजेपी विधायक सचिवालय से भागने लगे, लेकिन मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनके पैर पकड़कर रोका.
AAP ने कहा कि बस मार्शलों की बहाली के लिए बीजेपी विधायकों के सामने कैबिनेट नोट पास करने के बाद उस नोट को लेकर एलजी के पास सीएम आतिशी और आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायक गए. इस दौरान बीजेपी विधायकों ने भागने का पूरा प्रयास किया लेकिन मंत्री सौरभ भारद्वाज और AAP नेताओं ने उन्हें भागने नहीं दिया. AAP ने कहा कि CM आतिशी खुद BJP विधायक की गाड़ी में बैठकर LG House इसलिए गईं, ताकि बीजेपी विधायकों को भगाने का कोई भी मौका न मिले.