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छत्तीसगढ़ में पैदा हुआ 3 आंखों वाला बच्चा

छत्तीसगढ़ के भाटापारा में एक महिला ने तीन आंखों वाले अद्भुत शिशु को जन्म दिया है. श्रीगणेश पक्ष की समाप्ति व पितृपक्ष के लगते ही शनिवार की रात एक बजे टेहका गांव की एक महिला ने सरकारी अस्पताल में तीन आंखों वाले स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. इस शिशु को देखने के लिए अस्पताल में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.

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छत्तीसगढ़ के भाटापारा में एक महिला ने तीन आंखों वाले अद्भुत शिशु को जन्म दिया है. श्रीगणेश पक्ष की समाप्ति व पितृपक्ष के लगते ही शनिवार की रात एक बजे टेहका गांव की एक महिला ने सरकारी अस्पताल में तीन आंखों वाले स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. इस शिशु को देखने के लिए अस्पताल में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.

अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, शिशु की तीन आंखें, दो नाभि और सिर पर एक मांसपिंड है, जिसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. यह अद्भुत बालक शहर में कौतूहल का विषय बना हुआ है.

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नवजात का पिता धनीराम ध्रुव शहर से पांच किलोमीटर दूर ग्राम टेहका में कृषक मजदूर है. उसकी गत वर्ष शादी हुई. अद्भुत शिशु को जन्म देने वाली महिला का नाम सवाना बाई ध्रुव है तथा यह उनकी पहली संतान है.

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इस अदभुत बालक को देखने पहुंचे जनसमुदाय को रोकने के लिए तथा अस्पताल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्पताल प्रबंधन को अस्पताल के प्रवेशद्वार को मजबूरन बंद करना पड़ा.

इस अद्भुत बालक के संबंध में शिशु रोग विशेषज्ञ गजेंद्र महिलांग ने बताया, 'बच्चे में सिर ढकने की क्रीमियम हड्डी बनी ही नहीं, यानी गर्भ में बच्चे का सही विकास नहीं हो पाया और इस प्रकार का प्रकरण मेरे कार्यकाल में चार बार देखने को मिला है.'

उन्होंने कहा कि बच्चे के ज्यादा समय तक जीवित रहने की संभावना नहीं के बराबर है. उसे इलाज के लिए रायपुर मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ेगा.

एक अन्य शिशुरोग विशेषज्ञ वासुदेव ठाकुर का कहना है कि यह किसी प्रकार की दैवीय चमत्कार नहीं है. बहरहाल, चिकित्सक अपना तर्क दे रहे हैं और ग्रामीण अलग तर्क दे रहे हैं, पर सबसे बड़ा सवाल उस बच्चे का जीवन बचाने का है, जिसके प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.

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