छत्तीसगढ़ के सुकमा में घात लगाकर सात पुलिसकर्मियों की हत्या करने के एक दिन बाद नक्सलियों ने रविवार को कांकेर में दो दर्जन से अधिक गाड़ियों में आग लगा दी. नक्सलियों ने खनन कार्य में लगे ट्रक, डंपर और अन्य कर्मशियल गाड़ियों को अपना निशाना बनाया. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
कांकेर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा ने बताया कि हथियारबंद नक्सलियों के एक समूह ने कोरार पुलिस थाने के तहत लौह अयस्क खदान स्थल बारबसपुर पर हमला बोला. मजदूरों को धमकाने के बाद उन्होंने खनन कार्य में लगे करीब दो दर्जन वाहनों को आग लगा दी. वाहनों को आग लगाने के बाद माओवादी जंगलों में भाग गए.
मीणा ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद एक पुलिस दल को तत्काल घटनास्थल पर भेजा गया, जिसने ट्रक, खनन मशीनों और जेसीबी को जला हुआ पाया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल नक्सलियों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में एक अभियान चलाया गया है.
खनन का विरोध कर रहे थे नक्सली
बताया जाता है कि नक्सली इलाके में लौह अयस्क खनन का विरोध कर रहे थे. नेको जायसवाल कंपनी यहां खनन कर रही है. गौर करने लायक बात यह है कि कंपनी के चार अधिकारियों को नक्सलियों ने एक अलग खनन इलाके से अगवा किया था और उन्हें बाद में उसी दिन छोड़ दिया गया. इनमें कंपनी का एक महाप्रबंधक भी शामिल था.
इससे पहले नक्सलियों ने सुकमा जिले में घात लगाकर सात एसटीएफ कर्मियों की हत्या कर दी थी और दस अन्य को घायल कर दिया था.
-इनपुट भाषा से