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बिहार: तेजस्वी यादव की नसीहत दरकिनार, सहकारिता मंत्री ने सबके सामने समर्थक को लगाई फटकार

तेजस्वी यादव ने दो दिन पहले ही अपने नेताओं और मंत्रियों को समझाया था कि राजद कोटे से मंत्री बने विधायकों का व्यवहार सभी के साथ सौम्य और शालीन रहेगा और बातचीत सकारात्मक रहेगी. सादगी से पेश आते हुए सभी जाति और धर्म के गरीब व जरूरतमंद लोगों को बिना किसी देरी के मदद करेंगे. इसके अलावा किसी से भेंट स्वरूप गुलदस्ता और पुष्पगुच्छ लेने-देने की जगह पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए भी कहा गया था.

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तेजस्वी यादव (File Photo)
तेजस्वी यादव (File Photo)

एक तरफ बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी पार्टी के नेता और राजद कोटे के मंत्रियों को सभी से अदब के साथ पेश आने की नसीहत दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के नेता इस नसीहत को भूलते दिखाई दे रहे हैं.

दरअसल, बिहार के सहकारिता मंत्री डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह जिला पहुंचे. इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. लेकिन यादव बीच प्रेस कांफ्रेंस में अपने एक समर्थक पर बरस पड़े.

उनका समर्थक उन्हें किसी विषय को लेकर राय दे रहा था. इस दौरान यादव ने भड़क गए उन्होंने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस चल रही है और हमें नसीहत दे रहे हैं. इसका मतलब है लोग समझेंगे की मंत्री बोका है. 

इस घटना के बाद अब सहकारिता मंत्री के बारे में जगह-जगह चर्चाएं चल रही हैं, जिसके बाद अब डॉ. सुरेंद्र  यादव की फजीयत हो रही है. 

तेजस्वी यादव ने 20 अगस्त को सभी मंत्रियों को नसीहत दी थी. इसमें कहा गया था कि राजद कोटे से मंत्री बने विधायकों का व्यवहार सभी के साथ सौम्य और शालीन रहेगा और बातचीत सकारात्मक रहेगी. सादगी से पेश आते हुए सभी जाति और धर्म के गरीब व जरूरतमंद लोगों को बिना किसी देरी के मदद करेंगे. इसके अलावा किसी से भेंट स्वरूप गुलदस्ता और पुष्पगुच्छ लेने-देने की जगह पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए भी कहा गया था.

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इसके अलावा तेजस्वी यादव ने समझाइश देते हुए कहा था कि कोई भी विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेगा. इसके साथ ही उम्र में बड़े कार्यकर्ता, समर्थक या किसी भी व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे. शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम. नमस्ते और आदाब की परंपरा को बढ़ावा देंगे.

बता दें कि जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, रोजाना नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं. पहले आरजेडी के मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर विवाद हुआ था, उसके बाद सरकार के दागी मंत्रियों को लेकर चर्चाएं हुई. जेडीयू में भी सबकुछ ठीक नहीं रहा. विधायक बीमा भारती ने मंत्री लेसी सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद खुद नीतीश कुमार को लेसी सिंह के बचाव में उतरना पड़ा. दो दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने अपने जीजा जी को विभागीय बैठक में शामिल कर लिया था और खुद तेजस्वी यादव ने अपने रणनीतिक सलाहकार को बैठक में शामिल किया था, जिसके बाद बीजेपी ने आरजेडी के ऊपर निशाना साधा था. इन सभी विवादों से बचने के लिए तेजस्वी ने अपने विधायकों को नसीहत दी हैं.

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