बिहार में 'अग्निपथ योजना' के खिलाफ जारी विरोध ने शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी और बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल के घरों पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ की. संजय जायसवाल पश्चिमी चंपारण से भाजपा के सांसद भी हैं.
अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बेतिया में जायसवाल के आवास पर हमला किया. इस दौरान उनके आवास पर मौजूद एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. उधर, प्रदर्शनकारियों के हमले के बाद जायसवाल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि जब यह घटना हुई, वे अपने पैतृक निवास पर थे. उन्होंने कहा कि संपत्ति को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.
इस बीच रेणु देवी के बेटे ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "बेतिया में हमारे आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि घटना के दौरान मेरी मां रेणु देवी पटना में थीं.
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना जैसे कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने रेल यातायात को अवरुद्ध कर दिया और कई ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी. इस बीच, हरियाणा में हिंसा की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में इंटरनेट सेवाओं को अगले 24 घंटों के लिए सस्पेंड कर दिया.
वहीं, तेलंगाना में अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए. दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगा दी. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए कार्रवाई की जिसमें प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
राहुल और प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझ नहीं आ रहा है कि देश क्या चाहता है. राहुल ने कहा, "उन्हें अपने बिजनेसमैन दोस्तों की आवाज के अलावा कुछ नहीं सुनाई दे रहा है.
इस बीच प्रियंका ने पीएम मोदी से इस योजना को तुरंत वापस लेने को कहा. उन्होंने कहा कि सरकार ने 24 घंटे से भी कम समय में अग्निपथ भर्ती योजना के लिए अपने नियमों में बदलाव किया है, जो यह दर्शाता है कि यह युवाओं पर जल्दबाजी में थोपा जा रहा है.
बता दें कि सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव लाने के प्रयास में केंद्र सरकार ने हाल ही में अग्निपथ योजना शुरू की है. नई सैन्य भर्ती योजना को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले गुरुवार को केंद्र सरकार ने अग्निवीर की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में बदलाव का फैसला लिया था. केंद्र सरकार ने भर्ती के लिए आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है. ये बदलाव सिर्फ 2022 की भर्ती के लिए लागू होगी.
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