अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सोमवार को बिहार विधानसभा परिसर में सभी दलों की महिला विधायकों ने सदन के अंदर महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने को लेकर प्रदर्शन किया. अलग-अलग दलों की महिला विधायक जो आमतौर पर किसी भी मुद्दे पर एक-दूसरे के खिलाफ नजर आती हैं, वह सदन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलने के मुद्दे पर एक साथ नजर आईं.
आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए जनता दल यूनाइटेड की महिला विधायक शालिनी मिश्रा ने कहा कि बिहार में 2005 के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के उत्थान के लिए बहुत काम किया है. शालिनी मिश्रा ने कहा कि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि आने वाले वक्त में सदन के अंदर महिलाओं को कम से कम 35 प्रतिशत और ज्यादा से ज्यादा 50 प्रतिशत तक आरक्षण मिलना चाहिए.
बिहार के केसरिया से जेडीयू विधायक शालिनी मिश्रा ने कहा कि “जब तक संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिल जाता है, तब तक राज्य की विधानसभाओं में मुमकिन नहीं है. मुझे उम्मीद है कि संसद के साथ-साथ विधानसभाओं में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत या फिर 50 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए.”
ये बोलीं आरजेडी विधायक
वहीं दूसरी तरफ आरजेडी की महिला विधायक किरण ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में महिलाओं के साथ अपराध में वृद्धि हुई है. बिहार में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं. हालांकि, महिलाओं को सदन में आरक्षण मिले इसके लिए उन्होंने भी अपनी आवाज बुलंद की और कहा कि महिलाओं को भी 50 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए.