जातीय जनगणना के मुद्दे पर बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि मसले पर केंद्र की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. देश के विभिन्न राज्यों से इसकी मांग उठ रही है. इसके बारे में सोचना और निर्णय लेना केंद्र का काम है. जातीय जनगणना देश के हित में है, इससे सबको लाभ मिलेगा. कुछ लोग इसके खिलाफ बोलते हैं लेकिन ये समाज को जोड़ने के लिए है न कि बांटने के लिए.
किसान आंदोलन के जरिये राकेश टिकैत के राजनीति चमकाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि ये तो सबका अपना-अपना तौर-तरीका होता है, अब कोई इसको चुनाव और राजनीति से जोड़ता है तो हम क्या प्रतिक्रिया दे सकते हैं. राजनीति के जरिये अगर किसी को काम करने का मौका मिलता है तो उसको देखना चाहिए कि दूसरों की भलाई कैसे होगी.
पेट्रोलियम पदार्थों और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना की वजह से बहुत सारी चीजों पर रुकावट हुई और उसका असर आर्थिक स्थिति पर पड़ा ही है. अब ऐसी स्थिति में किसी चीज का दाम बढ़ेगा तो क्या करियेगा. इन मुद्दों पर बेवजह बहुत ज्यादा बहस नहीं करना चाहिए. सबसे बड़ी जरूरत कोरोना से जल्द से जल्द मुक्ति पाने की है.
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वहीं, बिहार में बाढ़ के मसले पर नीतीश कुमार ने बताया कि राज्य में 57 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनके लिए राहत का काम किया जा रहा है. अभी बहुत ज्यादा खराब स्थिति नहीं आई है. केंद्रीय टीम दौरे पर आई है, हालांकि उन्हें काफी पहले से बुलाया जा रहा था लेकिन थोड़ी देरी हुई है. अगर केंद्र को लगता है कि मदद की जरूरत है तो वो मदद करेंगे, थोड़ी सुविधा हो जाएगी, राज्य सरकार तो सब काम कर ही रही है.