बिहार के शिक्षा मंत्री पी के शाही ने बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता जताते हुए कहा कि अगर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान नहीं किया गया तो मान लिया जाये कि हमलोग ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठे हैं.
ब्रिटिश काउंसिल ऑफ इंडिया के एक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए शाही ने बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता जताते हुए कहा कि प्रदेश के स्कूलों में कक्षा एक से दस तक पढ़ने वाले दो करोड़ बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ उन्हें भाषा का बेहतर ज्ञान भी दिलाना होगा.
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिए जाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है पर उनके बेहतर भविष्य के लिए उन्हें भाषा का भी बेहतर ज्ञान दिलाना होगा.
शाही ने कहा कि बच्चों को बेहतर अंग्रेजी भाषा का ज्ञान मिल सके उसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किए जाने के लिए ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के साथ एक करार किया है और पिछले वर्ष जनवरी महीने शुरू किए गए बिहार लैंगवेज इनिशियेटिव इन सेकेंडरी स्कूल्स (ब्लीस) कार्यक्रम के तहत 120 चुनिंदा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है. ये 120 प्रशिक्षित शिक्षक प्रदेश के करीब पांच हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे.
समारोह को संबोधित करते हुए ब्रिटिश काउंसिल ऑफ इंडिया रोब लिंस ने बिहार में बच्चों और शिक्षकों को अग्रेंजी भाषा की शिक्षा दिए जाने की आवश्यकता जतायी और कहा कि अंग्रेजी भाषा का बेहतर ज्ञान रखने वाले व्यक्ति के रोजगार पाने की संभावना 34 प्रतिशत बढ़ जाती है.