बिहार के उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन ने एथेनॉल प्रोडक्शन प्रमोशन पॉलिसी 2021 का आगाज कर दिया है. इस पॉलिसी में बिहार को एथेनॉल का हब बनाने की बात कही गई है. इस पॉलिसी के आने के पहले ही बिहार में एथेनॉल का प्लांट लगाने के लिए 30 प्रस्ताव आ चुके हैं. बिहार देश का पहला राज्य है जिसने एथेनॉल प्रोडक्शन के लिए पॉलिसी बनाई है.
इस अवसर पर कई इन्वेस्टर भी मौजूद रहे. शहनवाज हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 में एथेनॉल उत्पादन के बारे में सोचा था, लेकिन यूपीए की सरकार ने इसे नहीं माना, अब नीतीश कुमार की सोच को एनडीए की सरकार ने अनुमति दे दी है, अब एथेनॉल के उत्पादन से देश का पैसा बचेगा.
एथेनॉल बनाने के लिए मक्का, गन्ना, टूटे हुए चावल सड़े हुए अनाज की जरूरत होती है, बिहार में मक्का का उत्पादन 30 लाख टन है और मक्का के किसानों को उचित मूल्य नही मिलता है, अब एथेनॉल के उत्पादन से उनका मक्का भी अच्छे दामों में बिक सकेगा. शाहनवाज हुसैन का कहना है कि इससे अब थोड़ा सा भी अनाज बरबाद नही होगा. उन्होंने कहा कि बिहार एथेनॉल का हब बनेगा. जो विदेशी मुद्रा अरब देशों से तेल खरीदने में चली जाती थी,उसे बिहार बचायेगा.
शाहनवाज ने कहा कि हम वो नेता नही हैं जो कहेगा कि इधर से ये डालो तो उधर से वो निकलेगा. हम ये कह रहे हैं कि इधर मक्का, चावल सड़े हुए अनाज डालोगे, उधर हमारा डॉलर बचेगा जो हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, और किसानों को फायदा पहुंचेगा.
शाहनवाज हुसैन ने कहा 'एथेनॉल की बात करें तो अमेरिका में 876 हजार बैरल एथेनॉल बनता है, ब्राजील में 403 हजार बैरल बनता है और भारत में सिर्फ 5.30 हजार बैरल बनता है. हम कितने कम है. बिहार में भी एथेनॉल बन रहा है, लेकिन अभी बहुत कम, हांलाकि शराब बनाने और एथेनॉल बनाने में बहुत ज्यादा अंतर नही है, लेकिन हमारे यहां शराब नहीं है. देश की बात करें तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 150 करोड़ लीटर, महाराष्ट्र में 128 करोड़ लीटर, कर्नाटक में 78 लीटर, तमिलनाडु में 21 करोड़ लीटर और बिहार में केवल 12 करोड़ लीटर एथेनॉल बन रहा है.
शाहनवाज हुसैन ने कहा 'हमारा टारगेट है कि बिहार एथेनॉल उत्पादन में नंबर एक बने, सबसे ज्यादा एथेनॉल कहीं बनेगा तो यहां बिहार में यही मेरा वादा है.