बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रिश्तों में तल्खी की खबरें पिछले कई दिनों से अखबारों की सुर्खियां बनी हुई हैं. हालांकि दोनों तरफ से ऐसी खबरों का खंडन किया जाता रहा है. लेकिन अक्सर ऐसे भी बयान सामने आते रहते हैं, जिसमें दोनों के बीच तल्खियां साफ दिखती हैं. अब एक बार फिर जीतन मांझी ने ऐसा ही बयान दिया है.
मांझी का कहना है कि जेडीयू और आरजेडी के विलय के बाद परिस्थिति और वक्त तय करेगा कि कौन नेता होगा. मांझी ने कहा वो सिर्फ जेडीयू विधायक दल में नीतीश का नाम प्रपोज करेंगे, लेकिन विलय के बाद तो सभी विधायकों से बना जो विधायक दल होगा उनकी ही मर्जी चलेगी.
मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि विलय के बाद की परिस्थिति में तय होगा कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री? उस वक्त के विधायक ही मुख्यमंत्री तय करेंगे. विलय के बाद की परिस्थिति में मांझी ने नीतीश के नाम पर चुप्पी साध ली. मांझी ने कहा कि जेडीयू में मैं नीतीश का प्रस्तावक बनूंगा, लेकिन विलय के बाद देश-काल-परिस्थिति के हिसाब से नेता तय होगा.
मांझी ने उन मंत्रियों का भी धन्यवाद दिया जिन्होंने उनका साथ दिया. तीन दिन पहले नीतीश ने मांझी की कुर्सी सलामत रहने के सवाल पर आश्वासन देने से इंकार कर दिया था. मांझी ने कहा कि बागियों को बागी कहना ठीक नहीं है, अभी सब विधायक मेरे सहयोगी हैं.