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'सठिया गए, शर्म करो, उम्र का असर, अंतिम समय'... माफी मांगने से पहले नीतीश को सुनने पड़े ये कठोर शब्द

महिलाओं को लेकर विवादित बयान देने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 24 घंटे बीतने से पहले ही उस पर माफी भी मांग ली और कहा कि मैं शर्म महसूस कर रहा हूं. हालांकि माफी मांगने से पहले उन्हें विपक्षी नेताओं और महिला विधायकों द्वारा 'सठिया गए, शर्म करो, उम्र का असर, अंतिम समय' जैसे कई कटु शब्द भी सुनने पड़े.

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नीतीश कुमार को माफी मांगने से पहले सुनने पड़े कई कटु शब्द
नीतीश कुमार को माफी मांगने से पहले सुनने पड़े कई कटु शब्द

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं पर दिए शर्मनाक बयान के बाद अब इस पर माफी मांग ली है. मंगलवार को बिहार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए सीएम नीतीश ने महिलाओं के खिलाफ विवादित बयान दिया था.  

विपक्षी पार्टी बीजेपी और महिला नेताओं के भारी विरोध के बाद उन्होंने अपने बयान को वापस लेते हुए उस पर माफी मांग ली है. हालांकि माफी मांगने से पहले उन्हें 'सठिया गए, शर्म करो, उम्र का असर, अंतिम समय' जैसे कठोर शब्द भी सुनने पड़े

किसी ने कहा उनका दिमाग सठिया गया है तो किसी ने कहा कि उन पर उम्र का असर हो रहा है. एक महिला विधायक ने कहा कि महिलाओं के प्रति जो उनका सम्मान है वो उनके व्यवहार में दिखता नहीं है. एक महिला विधायक ने तो ये तक कह दिया कि जो शब्द वो महिलाओं के लिए प्रयोग कर रहे हैं, उनका दिमाग सठिया गया है, वो मुख्यमंत्री पद पर रहने लायक व्यक्ति नहीं हैं. बीजेपी की एक और विधायक ने कहा कि उनका उम्र अब सलट (खत्म) गया है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

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बयान पर तीखी आलोचना होने के बाद बुधवार को विधानसभा पहुंचने पर उन्होंने सबसे पहले मीडिया के सामने जाकर अपने दिए गए बयान पर माफी मांगी. उसके बाद सदन में जाकर उन्होंने कहा कि अगर उनके द्वारा कही गई बातों से किसी को दुख हुआ है तो वो माफी मांगते हैं और खुद पर शर्म महसूस करता हूं, उन्होंने कहा मैं खुद अपनी निंदा करता हूं.

नीतीश के सदन में पहुंचते ही विपक्षी नेताओं ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. बीजेपी नेता, 'नीतीश कुमार शर्म करो, शर्म करो' के नारे लगाने लगे. ये देखकर नीतीश कुमार ने कहा, मैं खुद पर शर्म महसूस करता हूं, मेरी बात किसी को गलत लगी तो इसके लिए माफी मांगता हूं और अपना बयान वापस लेता हूं. दुख प्रकट करता हूं. इस दौरान नीतीश कुमार के आगे कुर्सी उठाकर भी दिखाई गई.

बीजेपी के नारों पर उन्होंने कहा, 'आप कह रहे हैं मुख्यमंत्री शर्म करें, मैं ना सिर्फ शर्म कर रहा हूं, मैं इसके लिए दुख प्रकट कर रहा हूं. अपनी सारी चीजों को वापस लेता हूं. हम महिलाओं के पक्ष में हैं.' 

नीतीश ने क्या बयान दिया था?

दरअसल मंगलवार को नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोल रहे थे और इसी दौरान महिलाओं को लेकर उन्होंने विवादित बयान दे दिया था. उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी.

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इसे समझाने के लिए सीएम नीतीश ने कहा, 'लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा. तब पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है. लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत ..., उसको .... कर दो. इसी में संख्या घट रही है.' 

बीजेपी नेता ने साधा निशाना

इस बयान को लेकर पूर्व मंत्री और विधायक नीरज सिंब बबलू ने नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठा दिया और कहा कि उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है. इनका अंतिम समय आ गया है, उन्हें कमंडल लेकर राजगीर जाना चाहिए और वहां स्थापित हो जाना चाहिए.

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