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बिहार में बड़ा जमीन घोटाला, नीतीश और सुशील मोदी का हाथ: लालू

बिहार की बड़ी पार्टी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने मिलकर बिहार के जिला भागलपुर में हजारो की जमीन घोटाला किया है. उन्होंने यह आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2005 से 2016 के बीच 'सृजन' नामक NGO की मिलीभगत से हजारो जमीनों का घोटाला किया है.

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रांची में पीसी के दौरान लालू ने नीतीश और सुशील मोदी पर जमीनी भ्रष्टाचार पर फोड़ा गुस्सा
रांची में पीसी के दौरान लालू ने नीतीश और सुशील मोदी पर जमीनी भ्रष्टाचार पर फोड़ा गुस्सा

बिहार की बड़ी पार्टी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने मिलकर बिहार के जिला भागलपुर में हजारो की जमीन घोटाला किया है. उन्होंने यह आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2005 से 2016 के बीच 'सृजन' नामक NGO की मिलीभगत से हजारो जमीनों का घोटाला किया है.

 

इस दौरान नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री और सुशील मोदी वित्त मंत्री थे. लालू यादव के मुताबिक भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करनेवाले उस समय कम्बल ओढ़ कर घी पी रहे थें. ये बातें लालू प्रसाद ने आज रांची में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही है. बता दें कि लालू प्रसाद यादव यहां पर अपने उपर चल रहे चारा घोटाले मुकदमों की पेशी के लिए आये हुए हैं.

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खुलासे के डर से महागठबंधन की सरकार गिराई - लालू

लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार में खजाने की लूट हो गई है और नीतीश कुमार सुशासन बाबू बनकर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि इस घोटाले के सामने चारा घोटाला कुछ नहीं है. लालू ने कहा कि इस घोटाले की शुरुआत सुशील मोदी के पहली बार साल 2006 में वित्त मंत्री बनने के साथ ही शुरू हो गयी थी.

 

अगर जांच सही ढंग से हुई तो इसके लपेटे में कई आईएएस ऑफिसर भी आएंगे. उन्होंने कहा कि वे बिहार पहुंचते ही इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग करेंगे. लालू के मुताबिक जब घोटाले की परत दर परत खुलासा होते ही नीतीश आनन-फानन में NDA में शामिल हो गए.

 

शरद यादव ही ओरिजिनल रह गए हैं - लालू

लालू यादव ने कहा कि जेडीयू में सिर्फ शरद यादव ही ओरिजिनल रह गए हैं बाकि सब फेक हैं. गौरतलब है कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव नीतीश कुमार के एकाएक महागठबंधन तोड़ NDA में शामिल होने से नाराज बताए जाते हैं. हालांकि इस बाबत उन्होंने सार्वजानिक रूप से कुछ नहीं कहा.

 

लेकिन पटना में सामान विचारवालों की बैठक बुला कर उन्होंने सबको अपनी नाराजगी जरूर जाहिर कर दी है. इसे भांपते हुए लालू ने भी शरद यादव की तारीफ की ताकि जेडीयू में होनेवाली संभावित टूट को रोक सके.

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