Fourth Wave Scare In China: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी सख्त लॉकडाउन से गुजर रही है. शंघाई चीन का सबसे बड़ा व्यापार केंद्र है, जहां अप्रैल महीने के पहले हफ्ते से लॉकडाउन है. चीन के शंघाई में कोविड-19 के कारण लगभग 2.6 करोड़ लोगों को लॉकडाउन में धकेल दिया है. सख्त लॉकडाउन के कारण लोगों का घर से निकलना भी नामुमकिन हो गया है और सख्त पाबंदियों ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. अपनी रोजाना की जरूरतों के लिए भी लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. लगातार चीन से ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिससे वहां की भयावह स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
मौत का आंकड़ा बढ़ा
पिछले कुछ हफ्तों से हर दिन हजारों कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. शंघाई में 18 अप्रैल को कोरोना के कारण पहली मौत की घोषणा की गई थी. वहीं शंघाई में शनिवार को 39 और रविवार को 51 मौतें हुईं. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के आंकड़ों से पता चला है कि लॉकडाउन में कुल मौतों की संख्या 87 हो गई है, जबकि कुल 22,000 नए मामले सामने आए.
खाना-दवाई के भी हुए मोहताज
Indiatoday की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में लोगों को खाने और दवाइयों के लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. कुछ दिन पहले एक वीडियो सामने आया था, जिसमें लोग बिल्डिंग की खिड़कियों से चिल्ला रहे थे. इसका कारण है कि सख्त लॉकडाउन के कारण खाना और दवाई मिलना भी मुश्किल हो रहा है. कुछ दिन पहले भी एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें लोगों का बोलना था कि वे दिन में सिर्फ एक बार खाना खा रहे हैं ताकि जिंदा रह सकें.
जानवरों को मारा जा रहा है!
महामारी के बीच कुछ वीडियोज सामने आ रहे हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि जिन घरों में बिल्ली-कुत्ते थे और अगर उनके मालिक कोविड पॉजिटिव हो गए हैं तो उन्हें मारा जा रहा है. हालांकि सरकार की ओर से अभी तक कोई ऐसी जानकारी सामने नहीं आई है. अमेरिका के फेमस बास्केटबॉल प्लेयर Enes Freedom ने एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में जिंगा कुत्ते और बिल्ली नजर आ रहे हैं. वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "शंघाई में 26 मिलियन लोग लॉकडाउन में हैं. लोग अपनी बाल्कनियों से आत्महत्या कर रहे हैं और कोविड पॉजिटिव लोगों के पालतू जानवरों को मारने के लिए इकट्ठा किया जा रहा है."
बीजिंग में भी बढ़े कोराना के केस
रविवार को बीजिंग में 22 कोरोना के नए मामले सामने आए. मामले बढ़ने के साथ डाउनटाउन हाउसिंग कंपाउंड बीजिंग को बंद कर दिया गया क्योंकि ऑफिसर्स का कहना है कि स्थिति गंभीर और मुश्किल हो चुकी है. चीन के हेल्थ ऑफिसर पैंग सिंघुओ (Pang Xinghuo) ने कहा, प्राइमरी ऑब्जर्वेशन से पता चलता है कि कोविड एक हफ्ते से बीजिंग में अदृश्य रूप से तेजी के साथ फैल रहा है. स्कूल, ट्रेवल करने वाले ग्रुप और कई परिवारों को प्रभावित कर रहा है.
पैंग सिंघुओ ने आगे कहा, बीजिंग में एक्टिव मामलों में से एक चौथाई लोग 60 की उम्र से अधिक हैं और उनमें से भी आधे लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लगी है. फिलहाल बीजिंग शहर में प्रवेश करने वालों पर भी कड़ा नियंत्रण लगाया है. अगर कोई बीजिंग शहर में प्रवेश करना चाहता है तो उसे 48 घंटे के अंदर कराई हुई कोविड नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी.
बीजिंग की म्युनिसिपल पार्टी कमेटी के तियान वेई (Tian Wei) ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, वायरस के लगातार और अदृश्य रूप से फैलने का जोखिम अधिक है और स्थिति भी गंभीर है. पूरे बीजिंग में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.