सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. 29 सेकंड के इस वीडियो में कुछ गाड़ियां सड़क पर दिखाई देती हैं और फिर अचानक एक धमाका होता है, जिसके बाद धुएं का एक बड़ा ग़ुबार दिखता है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो गुरुवार को जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले का है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो पुलवामा का नहीं बल्कि 12 साल पहले बगदाद में हुए आतंकवादी हमले का है.
फेसबुक पेज “Rajasthan Media” ने यह वीडियो पोस्ट कर कैप्शन में लिखा है: “पुलवामा में आतंकवादी हमले का सीसीटीवी वीडियो.” यह वीडियो फेसबुक, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भी तेजी से वायरल हो रहा है. स्टोरी फाइल करने तक यह वीडियो करीब 7000 से ज्यादा बार देखा जा चुका था और करीब 250 बार शेयर किया जा चुका था.
वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए जब हमने इसे रिवर्स सर्च किया तो हमें यूट्यूब पर ओरिजनल वीडियो मिला. यह वीडियो 5 मार्च 2008 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. ओरिजनल वीडियो 58 सेकंड लंबा है और इसके ऊपर टाइम व डेट स्टैम्प भी दिखाई दे रहा है जिस पर तारीख 2 सितंबर 2007 और समय दोपहर 3:54:52 बजे का दिखाई दे रहा है.
हमें इसी वीडियो की एक तस्वीर रेडिट पर भी मिली. यहां “WhiteSix” नाम के एक यूजर ने दावा किया था कि यह वीडियो बगदाद का है जहां कैम्प ताजी के बाहर व्हीकल—बोर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VBIED) से हमला किया गया था. एक अन्य यूजर “Maninorbit” ने भी इसी पोस्ट पर हमले की पुष्टि करते हुए दावा किया था कि जिस समय यह अटैक हुआ उस समय वह कैम्प ताजी में मौजूद था.
इन यूजर्स के दावों की पुष्टि के लिए हमने इंटरनेट पर 2007 में कैम्प ताजी में हुए हमलों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें उस समय इराक में हुए कई आतंकी हमलों का जिक्र किया गया था. उन्हीं में कैम्प ताजी पर हुए इस हमले का भी जिक्र था. इस हमले में तीन लोग मारे गए थे, जबके सात लोग जख्मी हुए थे. ऐसी ही एक मीडिया रिपोर्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे की पड़ताल में यह साबित हुआ कि वायरल हो रहा वीडिया पुलवामा का नहीं बल्कि बगदाद का है जहां वर्ष 2007 में कैम्प ताजी के बाहर VBIED ब्लास्ट हुआ था.