सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को कोलकाता हाई कोर्ट से 5 जून को सशर्त अंतरिम जमानत मिल गई. बता दें कि शर्मिष्ठा ने एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद 30 मई को कोलकाता पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इससे पहले, 3 जून को जस्टिस पार्थ सारथी चटर्जी ने शर्मिष्ठा को जमानत देने से मना कर दिया था. लेकिन, 5 जून को हुई सुनवाई में जस्टिस राजा बसु चौधरी ने सशर्त अंतरिम जमानत की मंजूरी दे दी.
अब, सोशल मीडिया पर एक जज का वीडियो वायरल हो रहा है, जो पुलिस को फटकार लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो पर शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के वक्त की तस्वीर लगा कर शेयर किया जा रहा है. इससे कई लोग ऐसा मान रहे हैं कि ये वही जज हैं, जिन्होंने शर्मिष्ठा को जमानत दी है और उन्होंने इस मामले में कोलकाता पुलिस को फटकार लगाई है.
वीडियो में ये जज कहते हैं, “ये वर्दी जो आपको मिली है, वो क्या पावर एक्सरसाइज करने के लिए है सिर्फ? छोटी-छोटी सी बातों पर लोग जेल में हैं, तो आप जो धारा लगा देते हैं उसके ऊपर भी चर्चा का विषय है. वो पहले वाली बात नहीं है कि आप क्या कर रहे हैं पुलिस स्टेशन में पता नहीं लगेगा. इनको क्या जरूरत थी आपको हथकड़ी लगाने की और गाड़ी में बिठाने की. अगर यही काम आपके साथ किया जाए. कोई गलती हो जाए छोटी-सी आपसे, या गलती न भी हो, कोई आपके ऊपर एक एलीगेशन लगा दे और आपको इसी तरह..”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये पटना हाई कोर्ट का साल 2022 में हुई एक घटना का वीडियो है, जब जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद ने एक महिला डॉक्टर की गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस को फटकार लगाई थी. इसका शर्मिष्ठा वाले मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
शर्मिष्ठा को जमानत देने वाले जज का नाम राजा बसु चौधरी है. राजा की तस्वीर की वायरल वीडियो वाले जज से तुलना करने पर ही पता चलता है कि ये दोनों जज अलग-अलग हैं.
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस सुनवाई का एक दूसरा वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो वाले जज, पुलिस को फटकार लगा रहे हैं. 2022 के इस इंस्टाग्राम पोस्ट में #Patna और #highcourt का हैशटैग मौजूद है. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि ये सुनवाई करीब तीन साल पुरानी है और इसका शर्मिष्ठा वाले मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
इसके बाद हमें पटना हाई कोर्ट के यूट्यूब चैनल पर इस सुनवाई का पूरा वीडियो मिला. 30 नवंबर, 2022 के इस वीडियो में वायरल वीडियो वाला बयान 4 घंटे 47 मिनट के बाद सुना जा सकता है.
बता दें कि पटना हाई कोर्ट की ये सुनवाई जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद के सामने हुई थी. 30 नवंबर, 2022 को मेडिकल नेगलीजेंस के एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस राजीव ने बिहार के जमुई से एक महिला डॉक्टर की गलत तरह से हुई गिरफ्तारी को लेकर पुलिस को फटकार लगाई थी. इसी दौरान उन्होंने वायरल वीडियो वाला बयान दिया था.
साफ है, पटना हाई कोर्ट में साल 2022 में हुई एक सुनवाई के वीडियो को शर्मिष्ठा पनोली मामले से जोड़ते हुए शेयर किया जा रहा है.