बिरयानी परोसते हुए एक आदमी की तस्वीर के साथ कुछ दवाओं की तस्वीरें एक साथ जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इस पोस्ट को सांप्रदायिक रंग भी दिया गया है. पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक बिरयानी की दुकान में हिंदुओं और मुसलमानों के लिए अलग-अलग बर्तन हैं और हिंदुओं के लिए इसका मतलब है कि उन्हें नपुंसक बनाने के लिए इसमें दवाएं मिलाई गई हैं.
ट्विटर यूजर “Venky”, “Ankur soni” और कुछ अन्य यूजर्स ने बिरयानी परोसते हुए व्यक्ति की तस्वीर को अपलोड करते हुए कैप्शन में लिखा है, “फास्ट फूड जॉइंट्स में तैयार मुस्लिम बिरयानी और रेस्टोरेंट में बिरयानी तैयार करने के लिए दो बर्तन हैं, एक मुसलमानों के लिए और दूसरा हिंदुओं के लिए, हिंदुओं के जो बर्तन है उसमें हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए दवाएं मिलाई जाती हैं ताकि उन्हें बच्चे न हों. कोयंबटूर के इस होटल का नाम ‘माशा अल्लाह’ है जिसे रहमान बिस्मिल्लाह चलाते हैं.”
हालांकि, “Venky” की पोस्ट बाद में डिलीट कर दी गई. इन दोनों पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
बिरयानी से जुड़ा ट्वीट
यही पोस्ट ऐसे ही दावे के साथ कई फेसबुक यूजर्स ने भी शेयर की. इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पोस्ट
AFWA की पड़ताल
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने पाया कि पोस्ट में इस्तेमाल की गईं तीनों तस्वीरें अलग-अलग स्रोत से उठाई गई हैं और इनका पोस्ट में किए गए दावे से कोई संबंध नहीं है.
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पहली तस्वीर
बिरयानी बेचने वाले की यह तस्वीर पकवानों से जुड़े कई यूट्यूब वीडियो में कई बार मुख्य तस्वीर के रूप में इस्तेमाल की गई है. यह वीडियो जून, 2016 में अपलोड किया गया है और इसके कैप्शन में लिखा है, “भारतीय मुस्लिम त्योहार दम बिरयानी 30 लोगों के खाने की तैयारी & स्ट्रीट फूड”.
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दूसरी तस्वीर
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तीसरी तस्वीर
इस तरह AFWA की पड़ताल का निष्कर्ष यह है कि वायरल हो रही यह पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है.Don’t spread fake news. Be responsible user of social media. No one should believe this tweet handle as it is spreading fake news. CCP is working to trace this handle.
— Coimbatore City Police (@policecbecity) March 2, 2020