उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद सोनिया गांधी मीडिया से मुखातिब हुईं. सोनिया ने कहा कि यूपी में उम्मीदवारों का गलत चयन हार की बड़ी वजह बना.
हालांकि सोनिया गांधी ने स्वीकार किया कि महंगाई भी हार का एक कारण हो सकती है. सोनिया ने कहा कि यूपीए गठबंधन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव 2014 अभी दूर है, इसलिए चिंतित होने की कोई वजह नहीं है.
भविष्य में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने को लेकर पूछे गए सवाल को टालते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि अभी इस सवाल का कोई मतलब नहीं है.
सोनिया गांधी ने बेबाक लहजे में कहा कि यूपी में कांग्रेस संगठन कमजोर है, जिसे मजबूत किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि शायद यूपी में कांग्रेस के कई नेता हो गए, इससे भी हार हुई.
पंजाब में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बारे में सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी को पीपीपी ने काफी नुकसान पहुंचाया. उन्होंने कहा कि पंजाब में पार्टी को बेहतर नतीजों की उम्मीद थी.
इससे पहले पांच राज्यों में सम्पन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की. सोनिया के 10 जनपथ आवास पर सभी महासचिवों की बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल रहे.
बैठक में चुनावों, विशेषकर उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदर्शन पर विस्तार से चर्चा की गई. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को केवल 28 सीटें मिली हैं, जहां राहुल गांधी ने जबर्दस्त प्रचार किया था.