
'कहते हैं ऐसी कहानियां सिर्फ फिल्मों में देखने को मिलती है.' ऑस्कर्स 2023 में जब एक्टर Ke Huy Quan ने रोते हुए ये बात कही तो सुनने वालों की आंखों में आंसू आ गए. क्योंकि कुआन की असल जिंदगी की कहानी भी किसी फिल्म की दर्दभरी कहानी से कम नहीं है...
फिल्म एव्रीथिंग एवरीव्हेयर ऑल एट वन्स से Ke Huy Quan ने 2022 में फिल्मों में वापसी की. ऑस्कर्स 2023 में उन्होंने अपने काम के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड जीता. अपने अवॉर्ड को एक्सेप्ट करते हुए कुआन अपने आंसुओं को नहीं रोक पाए. उन्होंने कहा- मेरे अपने सफर की शुरुआत एक नाव पर की थी. मैं एक साल तक रेफ्यूजी कैम्प में रहा. और किसी तरह मैं आज हॉलीवुड के सबसे बड़े मंच पर आ पहुंचा हूं.' आखिर Ke Huy Quan के साथ ऐसा क्या हुआ था और क्या है उनकी जिंदगी की कहानी? आइए बताएं.
रेफ्यूजी कैम्प में गुजारा एक साल
Ke Huy Quan का जन्म 1971 में वियतनाम में हुआ था. वो चीनी परिवार से आते हैं. 1979 में कुआन अपने पेरेंट्स के साथ यूएस आए थे. नाव में सवार होकर वो अपना 'अमेरिकन ड्रीम' लिए आ तो गए लेकिन उन्हें परिवार के साथ एक साल हॉन्ग कॉन्ग के रेफ्यूजी कैम्प में गुजारना पड़ा. 80 के दशक में Ke Huy Quan ने बतौर चाइल्ड एक्टर अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. 12 साल की उम्र में उन्होंने उस समय की सबसे बड़ी हिट्स में से एक इंडियाना जोन्स एंड द टेंपल ऑफ डूम में काम किया.

80 के दशक में फिल्मी दुनिया में रखा कदम
लेजेंडरी एक्टर हैरिसन फोर्ड की इस फिल्म में कुआन एक जेब कतरे के किरदार में दिखे थे. इसके बाद उन्हें फिल्म द गूनीज में बड़ा रोल मिला. हालांकि जैसे-जैसे कुआन बड़े होते गए हॉलीवुड में उनके लिए काम कम होता गया. 23 साल की उम्र तक आते-आते कुआन ने हॉलीवुड का दामन छोड़ दिया था.

नाकामयाबी के लिए खूद को कोसते थे कुआन
फरवरी 2023 में दिए एक इंटरव्यू में कुआन ने बताया था कि वो अपनी नाकामयाबी का दोषी खुद को ही मानते थे. उन्होंने कहा, 'मैं ट्रेडिशनल चाइनीज वैल्यू वाले परिवार में पला हूं. मैंने हर चीज के लिए किसी और को नहीं बल्कि खुद को ही दोषी मानना सीखा है. तो मैं सोचता था कि मेरा कद छोटा है. मैं अच्छा नहीं दिखता. मैं अच्छा एक्टर नहीं हूं. मैं इतना समझदार नहीं था कि ये समझ पाऊं कि लोग एशियन एक्टर्स के लिए रोल लिख ही नहीं रहे हैं. मैं सोचता था अगर मैं 6 फुट लंबा होता या मैंने ट्रेडिशनल ट्रेनिंग ली होती तो अच्छा होता. ये सारे ख्याल मेरे मन में थे और वो समय मेरे लिए बहुत दर्दभरा था. मैं कन्फ्यूज और बेहद दुखी था.'
एक्टिंग से दूर बसाई दुनिया
जब Ke Huy Quan समझ नहीं पा रहे थे कि उन्हें क्या करना चाहिए तब उन्होंने कम्यूनिटी कॉलेज में दाखिला ले लिया था. इसके बाद वो यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया के फिल्म स्कूल गए. यहीं उन्होंने फिल्मों को बेहतर तरीके से समझा. पढ़ाई खत्म करने के बाद हॉन्ग कॉन्ग के जाने माने डायरेक्टर और स्टंट को-ऑर्डिनेटर Corey Yuen ने कुआन को काम ऑफर किया. ऐसे कुआन ने असिस्टेंट फाइट कोरियोग्राफर के रूप में काम करना शुरू किया. कोरी के साथ कुआन ने एक्स-मेन और अन्य फिल्मों में काम किया. इस बीच उन्होंने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी काम किया.
इस वजह से दोबारा देखा एक्टिंग का सपना
साल 2018 में Ke Huy Quan की जिंदगी में एक और बड़ा मोड़ आया. इस साल उन्होंने फिल्म क्रेजी रिच एशियन्स देखी थी. वो बताते हैं, 'थिएटर में बैठे हुए जब मैं फिल्म देख रहा था तो सोच रहा था कि काश उस पर्दे पर मैं होता.' इसके बाद उन्होंने फिल्मों में दोबारा वापसी के बारे में सोचना शुरू किया. वो बताते हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी से इस बारे में लगभग सालभर बात की थी. इसके बाद उन्होंने अपने एजेंट दोस्त को फोन मिलाया और कहा, 'मैं फिर से एक्टर बनना चाहता हूं.'

इसके दो हफ्ते बाद कुआन को फिल्म एव्रीथिंग एवरीव्हेयर ऑल एट वन्स के लिए ऑडिशन देने के लिए कहा गया. उन्होंने अपने किरदार वेमंड वैंग के लिए ऑडिशन दिया. कुआन बताते हैं कि उन्होंने कास्टिंग रूम में पिछले 25 सालों से कदम नहीं रखा था. ऐसे में वो अपने ऑडिशन को लेकर नर्वस थे, जिसकी वजह से उन्होंने ऑडिशन की तैयारी के लिए एक्टिंग कोच रखा.
पलट चुकी है कुआन की किस्मत
कुआन का ऑडिशन बढ़िया गया था. हालांकि इसके दो महीने तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. दो महीने बाद कुआन को डायरेक्टर्स ने दूसरी बार ऑडिशन देने के लिए कहा और इसके एक हफ्ते बाद उन्हें रोल मिल गया. इसके बाद जो हुआ वो सभी के सामने है. आज 51 साल की उम्र में उन्होंने अपने काम के लिए ऑस्कर अवॉर्ड जीता. इसके साथ ही वो हॉलीवुड के बड़े डायरेक्टर्स के साथ बड़े प्रोजेक्ट्स में काम कर रहे हैं.
13 मार्च की सुबह जब Ke Huy Quan ने ऑस्कर 2023 में अपना पहला अवॉर्ड जीता तो उन्होंने फैंस से एक बड़ी बात कही. कुआन ने कहा- 'सपने ऐसी चीज हैं जिनमें आपको हमेशा भरोसा रखना चाहिए. एक समय था जब मैंने लगभग हार मान ली थी. मैं आप सभी से कहना चाहूंगा प्लीज अपने सपनों को जिंदा रखिए.'