फैंटेसी ड्रामा देखने वालों के लिए नई वेब सीरीज आई है 'टूथपरी'. वैम्पायर और ह्यूमन के बीच लव स्टोरी दिखाती इस सीरीज में शांतनु महेश्वरी और तान्या मानकतला लीड रोल में हैं. दो अलग लोग और उनकी अलग दुनिया, इत्तेफाकन मिले और प्यार हो गया, फिर क्या होता है इस कहानी का अंजाम? 8 एपिसोड की ये सीरीज आपको बोर करेगी या परफेक्ट वीकेंड एंटरटेनर बनेगी, चलिए जानते हैं.
क्या है कहानी?
टूथपरी की कहानी कोलकाता में सेट है. एक भोला भाला, मासूम सा दिखने वाला डेंटिस्ट है बिक्रम रॉय. वो बनना तो शेफ चाहता है लेकिन फैमिली ट्रेडिशन फॉलो करते हुए उसे डेंटिस्ट बनना पड़ा. क्लीनिक में पेशेंट नहीं आने पर बिक्रम परेशान रहता है. वो क्लीनिक चलाने के अलावा साइड में में कुकिंग वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करता है. उलझी हुई जिंदगी के साथ जी रहे रॉय की कहानी में बड़ा ट्विस्ट लेकर आती है रूमी (तान्या मानकतला ). रूमी जो कि वैम्पायर है, इंसानों का खून पीती है. उसकी दुनिया अलग है. रात को शिकार के लिए इंसानों की दुनिया में निकलती है. ऐसे ही एक दिन क्लब में शिकार के दौरान उसका एक दांत टूट जाता है. बस ये दांत ही रूमी-रॉय की लव स्टोरी की नींव रखता है.
दूसरा दांत लगवाने रूमी डॉक्टर रॉय के क्लीनिक जाती है, रॉय वहां पहली नजर में रूमी को देखकर प्यार में पड़ जाता है. दांत फिक्स करने के बहाने धीरे धीरे दोनों की मुलाकातें बढ़ती हैं. रॉय की सादगी, सच्चाई पर रूमी दिल हार बैठती है. रॉय के पेरेंट्स दोनों की शादी कराने के पीछे पड़ जाते हैं. तभी कहानी में बड़ा ट्विस्ट आता है. रॉय के सामने रूमी की असलियत आ जाती है. फिर क्या दोनों अलग हो जाते हैं? क्या रॉय, रूमी की दुनिया के लोगों को एक्सपोज करता है? इनके जवाब पाने के लिए आपको सीरीज देखनी पड़ेगी.
वैसे ये सीरीज बस लव स्टोरी के बारे में ही नहीं है. यहां एक ओर वैम्पायर्स हैं जो अपने लोगों को सुरक्षित रखने में लगे हैं. दूसरी तरफ हैं Cutmundus (वैम्पायर किलर्स का गैंग) जो इन वैम्पायर्स का राज जानते हैं और इन्हें एक्सपोज करने की प्लानिंग में जुटे हैं. Cutmundus की लीडर है लुना लुका (रेवती). लुना वैम्पायर्स को एक-एककर मार गिराना चाहती है. क्या वो इस मिशन में कामयाब होती है? इसका जवाब आपको शो में मिलेगा.
कैसी रही एक्टिंग?
टूथपरी में कुछ कलाकारों की एक्टिंग इतनी उम्दा है कि आपकी उनसे नजर नहीं हटेगी, जैसे रेवती. उनका टैलेंट किसी से छिपा नहीं है. रेवती ने बेहतरीन काम किया है. लीड एक्ट्रेस तान्या मानकतला ने वैम्पायर का रोल अच्छा निभाया है. हां, शांतनु महेश्वरी थोड़ा कम जमे हैं. उन्हें अगर एक्टिंग करियर में ग्रोथ लानी है तो खुद पर बहुत काम करना पड़ेगा. वरना तो फैंस को वे डांसर ज्यादा अच्छे लगते हैं. आदिल हुसैन, शाश्वत चटर्जी ने अच्छा काम किया है. सिकंदर खेर, तिलोत्तमा शोम ठीक-ठाक लगे हैं.
क्या देखनी चाहिए ये सीरीज?
अगर आपको थ्रिल और सस्पेंस से भरपूर सीरीज पसंद हैं तो यहां आपको निराशा हाथ लगेगी. कहानी सिंपल ही है, जिसमें रोमांच कम है. इसलिए कई मौकों पर ये आपको बोर भी करेगी. कुछ नया देखने की चाह रखने वाले अपसेट हो सकते हैं. अगर आपके पास वीकेंड में कुछ खास देखने लायक नहीं है तो ये सीरीज टाइमपास के लिए देख सकते हैं. फैंटेसी ड्रामा और वैम्पायर सीरीज के शौकीन लोग इसे एक मौका दे सकते हैं. लेकिन हां, अपने रिस्क पर...