एक्टर विशाल जेठवा की एक्टिंग जर्नी इस बात का सबूत है कि इंसान मेहनत और लगन से अपने सपनों को पूरा कर सकता है, भले ही उसके हालत कैसे भी हो. आज अपनी फिल्म 'होमबाउंड' को लेकर विशाल तारीफें पा रहे हैं. साथ ही जिंदगी में जो कभी नहीं किया, वो भी कर रहे हैं. आजतक डॉट इन संग एक्सक्लूसिव बातचीत में विशाल ने अपनी एक्टिंग जर्नी पर बात की. साथ ही बताया कि 'होमबाउंड' की स्क्रीनिंग पर उनके आंसू क्यों छलक पड़े थे.
बैकग्राउंड डांसर के रूप में किया काम
एक्टिंग में ब्रेक मिलने से पहले क्या करते थे विशाल? इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'पहले मैंने बैकग्राउंड डांसर के रूप में एक-दो शो किए थे, सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स... सलमान सर, असिन मैम, अजय देवगन सर के पीछे मैंने डांस किया था एक बार रियलिटी शो में. उसके बाद वहीं पर एक्टिंग क्लास देखी थी मैंने. बस उसके बाद एक्टिंग क्लास जॉइन की और मेरी हॉबी मेरे प्रोफेशन में बदल गई. लोगों ने प्यार दिया, थिएटर किया मैंने और धीरे-धीरे जर्नी आगे बढ़ी. दो तीन टर्निंग पॉइंट आए जैसे (टीवी शो) महाराणा प्रताप, 'मर्दानी 2'... तो धीरे-धीरे ग्रो करता गया मैं.'
रानी मुखर्जी के सामने काम करते से घबराए विशाल
टीवी से बॉलीवुड में जाना मुश्किल था. ऐसे में कैसे विशाल ने खुद को तैयार किया और ढाला? एक्टर ने बताया, 'मुश्किल तो था. कैमरा से कम्फर्टेबल था मैं मुझे कैमरा का डर नहीं था. मुझे परफॉरमेंस का बहुत डर था. जिस माहौल में परफॉर्म करना था वो भी बहुत मुश्किल था. बड़ी हेवी चीज हो जाती है, प्रेशर लगता है, जब यशराज जैसा प्रोडक्शन हाउस, बॉलीवुड का टॉप प्रोडक्शन हाउस आपके ऊपर भरोसा करता है. आपको देखने मिलता है कि कैसे काम होता है यहां पर. आप जिन स्टार के साथ काम कर रहे हो उनका नाम रानी मुखर्जी है.'
विशाल ने आगे कहा, 'आपको पूरी फिल्म उनके साथ करनी है. मुझे तो बड़ी घबराहट हो रही थी, क्योंकि उनका एक पूरा स्टार इमेज मेरे दिमाग में था. उनको बचपन से काम करते हुए देखा है. तो मुझे तो बहुत ही डर लगता था. मेरे लिए ये सारे चैलेंज ज्यादा बड़े थे और परफॉरमेंस. टीवी में काम कर-करके ऐसा लगता था मुझे कि टीवी एक्टिंग आती है, फिल्म एक्टिंग नहीं आती. टीवी में एक तरीके से आप 10 साल काम करते हो. आप क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान नहीं दे सकते. पर यहां पर ऐसा नहीं था. यहां चीजें बहुत अलग थीं. इसीलिए मुझे फिल्म में आना मुश्किल लगा. लोगों का सपोर्ट मिला. डायरेक्टर सर का. तो हो गईं चीजें.'
रानी मुखर्जी ने फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' के लिए अपना पहला नेशनल अवॉर्ड जीता है. ऐसे में विशाल जेठवा ने बताया कि वो रानी को पर्सनली बधाई नहीं दे पाए, लेकिन उनके मन से रानी के लिए बहुत सारे शुभकामनाएं हैं.
विलेन से हीरो बने विशाल जेठवा
फिल्म 'मर्दानी 2' से विशाल जेठवा ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फिल्म में वो विलेन बने थे, जिसके लिए उन्हें खूब तारीफ मिली. अब 'होमबाउंड' में उन्हें हीरो के रूप में देखा गया है. विलेन से हीरो बनने का उनका सफर लंबा रहा है. एक्टर ने कहा, 'मुझे अपनी जर्नी बहुत सुंदर लगती है और मैं बहुत गर्व करता हूं कि मैंने जहां से शुरुआती की थी, माइनस से... जिन लोगों ने जीरो से शुरू किया वो भी 3-4 तक पहुंचे हैं, तो मैंने तो माइनस 6-7 से शुरू किया था, मैं अब 4-5 तक पहुंचा है, उनके साथ खड़ा भी रह पाता हूं तो मुझे अपनी जर्नी बहुत ज्यादा लंबी और गहरी भी लगती है.'
विशाल जेठवा ने आगे कहा, 'मैं खुश हूं, गर्वित हूं. मैंने कल (शुक्रवार) ही अपने दोस्तों के लिए स्क्रीनिंग रखी थी. और मेरे एक दोस्त ने बहुत ही बढ़िया बात कहीं कि उसको उनपर मुझे गर्व हुआ कि लोग मुझे इतना बड़ा दर्जा देते हैं. उसने कहा कि विशाल हमारे लिए एक उम्मीद है. ये बहुत बड़ा कॉम्पलमेंट था मेरे लिए. क्योंकि हर एक इंसान गिव अप करने के बारे में सोचता है और डर जाता है कि कैसे होगा. लेकिन उसने कहा कि विशाल मेरे लिए उम्मीद की किरण है. कितना अच्छा है कि इतने सारे लोग आप आगे पहुंचे हो इसलिए आस लगाए बैठे हैं कि विशाल का ये दिन आया है तो कल हमारा भी आएगा.'
होमबाउंड की स्क्रीनिंग पर रो पड़े थे विशाल
फिल्म 'होमबाउंड' की रिलीज से पहले सितारों के लिए मुंबई में पिक्चर की स्क्रीनिंग रखी गई थी. इसके रेड कारपेट पर विशाल जेठवा इमोशनल हो गए थे. उन्हें अपनी मां के गले लगाकर रोते देखा गया था. इस बारे में बात करते हुए विशाल ने बताया, 'मुझे रोना आ गया था. उल्टा होता है हमेशा मम्मी को पहले रोना आ जाता है और मैं उन्हें चुप करवाता हूं कि कोई बात नहीं. लेकिन इस बार उल्टा हो गया. अपने लिए था वो. वो कहते हैं न- हाश! पहुंच गया यहां तक. वहां मीडिया को देखा. जइस हिसाब से पैप्स वहाँ कैमरा लेकर खड़े थे, फ्लैश चल रहे थे. ऐसा लगा कि यार ये लोग मेरे लिए आए हैं? ये मेरी फिल्म है और इतने सारे लोग, आज ऋतिक रोशन सर, करण जौहर सर, फरहान अख्तर सर, जोया (अख्तर) मैम, बहुत सारे बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार आए थे. वो सब क्यों आए थे, वो हमारी फिल्म देखने आए थे. और मैं यहां तक पहुंच गया? वो उस बात के आंसू थे, खुशी के गर्व के, ओवरवेलम्ड फीलिंग के.'