द केरल स्टोरी का टीजर रिलीज हो गया है. वीडियो अगर अब तक आपने नहीं देखा तो देख लीजिए. क्योंकि यह घटना, जो केरल की है. आपको अंदर तक झकझोर सकती हैं. मेकर्स इस फिल्म से केरल में हो रही खौफनाक इशू का दावा करते हैं. लेकिन सोशल एक्टीविस्ट और दुनिया का कुछ और ही कहना है. आखिर क्या है वो सच्ची कहानी जो ये फिल्म दर्शकों तक दिखाने का दावा करती हैं और क्यों उठ रहे हैं उसपर सवाल.
द केरल स्टोरी का चौंका देने वाला टीजर
टीजर की शुरुआत होती है लीड कैरेक्टर अदा शर्मा के नैरेशन से. जहां वो बताती हैं कि कैसे उनका धर्मांतरण हुआ. उन्हें हिंदू से इस्लाम धर्म में लाया गया और शालीनी उन्नीकृष्णन से फातिमा बा बनाया गया. वो बनना चाहती थीं नर्स, जो लोगों की सेवा करे, लेकिन बना दी गई ISIS आतंकवादी. टीजर में दिखाया गया है कि शालिनी के साथ-साथ ये कहानी उन 32 हजार महिलाओं की भी है, जो केरल राज्य से गायब हो चुकी हैं. टीजर के मुताबिक या तो आफ्गानिस्तान में हैं या फिर सीरिया और येमन के रेगिस्तान में दफ्न हो चुकी हैं.
मेकर्स विपुल अमृतलाल शाह दावा करते हैं कि फिल्म केरल के इस बड़े मुद्दे जैसे रैडिक्लाइजेशन यानी कट्टरता को उजागर करती है. लेकिन सोशल एक्टीविस्ट और वो लोग जो खुद को केरल के मुद्दों का जानकार मानते हैं, उनका कहना कुछ और ही हैं. जब से टीजर रिलीज हुआ है, फिल्म पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. मेकर्स को ये कहकर कठघरे में खड़ा किया जा रहा है कि पहले अपना रिसर्च करें फिर फिल्म बनाए. कुछ यूजर्स फिल्म में बताए गायब लड़कियों के आंकड़े तक पर सवाल उठा रहे हैं.
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— Adah Sharma (@adah_sharma) November 3, 2022
स्टेट को बदनाम करने की साजिश के आरोप
एक सोशल एक्टीविस्ट ने वीडियो जारी कर फिल्म को सपोर्ट जताया, वहीं स्टेट को बदनाम करने को लेकर सवाल किए हैं. एक्टीविस्ट राहुल ईश्वर ने कहा कि मैं केरल स्टोरी की टीम को बधाई देता हूं. केरल भारत के सबसे बेस्ट स्टेट्स में से एक है, लेकिन इस हर राज्य की तरह यहां भी कई समस्याएं हैं. जैसे कट्टरता, 100 से ज्यादा लोगों का आतंकवादी संगठन को ज्वाइन करना ये बहुत सीरियस इशू हैं. लेकिन ये कहना कि 32 हजार लड़कियां भारत या स्टेट से मिसिंग है, पूरी तरह बढ़ाया-चढ़ाया आंकड़ा है. ये झूठ है. ऐसे मसले पर इस तरह का झूठ बोलना गलत है. हमें जरूर इस धर्मांतरण के मसले पर एक कड़ा कानून लाना चाहिए लेकिन इस तरह से झूठ का सहारा लेकर नहीं.
विपुल अमृतलाल शाह की प्रोड्यूस्ड इस फिल्म को सुदीप्तो सेन ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में अदा शर्मा को लीड रोल में लेकर धर्मांतरण की घटना हाइलाइट किया गया है. जिसके बाद महिलाओं को आतंकवाद की ओर ढकेल दिया जाता है. इस मामले को उजागर करने के लिए जहां एक और सराहना हो रही हैं, वहीं स्टेट को बदनाम करने की साजिश के भी आरोप लगाए जा रहे हैं. टीजर में स्टोरी नैरेट करती अदा की एक्टिंग की भी काफी तारीफ हो रही है.