फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो अपने नए विज्ञापन के चलते विवादों के घेरे में है. इस विज्ञापन में आमिर खान की सुपरहिट फिल्म 'लगान' के एक्टर आदित्य लाखिया ने काम किया है. लाखिया ने 'लगान' में 'कचरा' नाम के लड़के का किरदार निभाया था, जो नीची जाति का था. वहीं इस विज्ञापन में आदित्य लाखिया रीसाइकल होने वाला 'कचरा' बने हैं. इस विज्ञापन पर भारी हंगामा खड़ा हो गया है, जिसके बाद एक्टर का बयान सामने आया है.
जोमैटो के नए विज्ञापन में 'कचरा' रीसाइकल करने के जरूरी मैसेज को दिया गया है. हालांकि इसे देखने के बाद यूजर्स का कहना है कि कंपनी ने लगान में 'कचरा' के किरदार को समझने में चूक कर दी है. साथ ही उनका कहना है कि ये विज्ञापन जातिवाद को बढ़ावा देता है और इनसेंसिटिव है. ट्विटर पर #BoycottZomato धड़ल्ले से ट्रेंड हो रहा है. विज्ञापन को हटाने की मांग भी उठी, जिसके बाद उसे सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया गया. इस बीच एक्टर आदित्य लाखिया का विवाद पर रिएक्शन सामने आया है.
आदित्य लाखिया ने दिया बयान
न्यूज 18 से बात करते हुए आदित्य लाखिया ने कहा कि उन्होंने विज्ञापन के साथ कुछ नया करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बनी. वो कहते हैं, 'ये बैन हो गया तो हो गया. अब क्या कर सकते हैं. ये पॉजिटिव कॉन्सेप्ट होना था. जिस तरह से हमने इसे देखा था उसमें कचरा एंटी-प्लास्टिक और कचरे को रीसाइकल करने का मैसेज दे रहा था. लेकिन इसे अलग तरह से लिया गया. ये विवादित बन गया और अब इसे बैन कर दिया गया है. बस इतना ही. मैं आगे कुछ नहीं कहना चाहता.'
वो आगे कहते हैं, 'हमने कुछ पॉजिटिव करने की कोशिश की लेकिन कुछ और ही हो गया, जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी. मैंने तो बिल्कुल ऐसा होने की उम्मीद नहीं की थी. किसी ने भी नहीं की थी. अब कॉन्ट्रवर्सी हो गई है तो हो गई है. अब जोमैटो ने इस विज्ञापन को हटा दिया है और सफाई भी दे दी है. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि अगर इसकी वजह से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं और माफी मांगने की जरूरत है तो मैं माफी मांगने को तैयार हूं. एक एक्टर के तौर पर मैं क्या कह सकता हूं.'
कोई भी विज्ञापन करने से पहले सोचेंगे आदित्य
एक्टर आदित्य लाखिया ने कहा कि अब वो कोई भी विज्ञापन करने से पहले दो बार सोचेंगे. वो कहते हैं, 'मुझे 10 दिन पहले इस विज्ञापन का ऑफर दिया गया था. ये एक कैंपेन था, ये किसी पैसे के लिए नहीं किया गया. ये एक पॉजिटिव कैंपेन था, जो फ्लॉप हो गया. ऐसा नहीं होना था... अब मैं किसी भी विज्ञापन को करने से पहले दो बार सोचूंगा. विज्ञापन बनाने वालों को मुझे आदित्य के रूप में रखना चाहिए, ना कि कचरा. ये गलत मोड़ ले सकता है. मतलब कचरा अगर सॉफ्ट ड्रिंक प्रमोट करे तो ठीक है प्लास्टिक को ना कहे तो बुरा है. दोनों के बीच लाइन बहुत बारीक है.'
जोमैटो ने अपने एड कैंपेन को 5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस को रिलीज किया था. इसका मकसद पर्यावरण को लेकर जागरूकता फैलाना था. अब विवाद के बाद कंपनी ने सोशल मीडिया से अपने विज्ञापन को हटा लिया है और कैंपेन को रद्द कर दिया है. साथ ही कंपनी ने ट्विटर के जरिए माफी भी मांग ली है.