एक्ट्रेस कंगना रनौत का लगातार खबरों में बने रहने का सिलसिला जारी है. एक्ट्रेस के सोशल मीडिया पर लगातार सामने आ रहे बयान उन्हें समर्थन भी दिलवा रहे हैं, तो कई जगह विरोध के सुर भी सुनाई पड़ रहे हैं. बुधवार को जब बीएमसी ने कंगना का ऑफिस तोड़ दिया था, तब कंगना ने वीडियो के जरिए कहा था कि अब उन्हें कश्मीरी पंडित का दर्द समझ आया है. लेकिन उनका ये उदाहरण देना उन्हीं पर भारी पड़ गया है. कंगना को उनके इस बयान के लिए निशाने पर लिया जा रहा है.
शिकारा के राइटर का कंगना पर हमला
फिल्म शिकारा के राइटर राहुल पंडित ने कंगना पर निशाना साधा है. उन्होंने कंगना के बयान को कश्मीरी पंडितों का अपमान बता दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि एक दीवार का टूटना और कश्मीरी पंडित का दर्द एक समान नहीं हो सकता है. वे ट्वीट में लिखते हैं- मैं माफी चाहूंगा, लेकिन एक दीवार का टूटना कश्मीरी पंडित के दर्द को बयां नहीं कर सकता है. आपको नहीं पता कि तीन दिन में बाल सफेद होने का क्या मतलब होता है. आपको नहीं पता जब बूढ़ें लोग सिर्फ इस आस में बैठे रहते हैं कि उन्हें एक बार अपना घर देखने का मौक मिल जाए.
I am sorry, but from the demolition of a wall you cannot understand the pain of Kashmiri Pandits. You do not know how it is when all your hair turns white in three days; you do not know how it is when old people die in exile, crying about their inability to see home one last time
— Rahul Pandita (@rahulpandita) September 9, 2020
राहुल सिर्फ यही नहीं पर नहीं रुके हैं. उनकी माने तो कई लोगों ने कश्मीरी पंडितों को सिर्फ एक प्यादे की तरह इस्तेमाल किया है. वे लिखते हैं- भगवान के लिए हर जगह हमारा नाम का इस्तेमाल करना छोड़ दीजिए. हम आप लोगों की लड़ाई में प्यादे बनने को तैयार नहीं हैं. हमारी त्रासदी को कम ना आंके. कल आपकी उंगली में चोट लग जाए तो क्या आप ये कहेंगे कि आप कश्मीरी पंडित का दर्द समझते हैं?
For God’s sake, stop taking our name in vain. We refuse to be pawns in your battles of puny egos. Do not belittle our tragedy. Tomorrow your finger might get hurt somewhere. What will you say? I understand pain of Kashmiri Pandits?
— Rahul Pandita (@rahulpandita) September 9, 2020
Pleaseeeee!
पीओके बयान की वजह से भी विवाद
अब एक तरफ कंगना को फैन्स का समर्थन तो मिल रहा है, लेकिन उनका कश्मीरी पंडितों का नाम लेना विवाद पैदा कर रहा है. इससे पहले भी जब उन्होंने मुंबई की तुलना पीओके से कर दी थी,तब भी उनके बयान की काफी आलोचना की गई थी. उन पर मुंबई का अपमान करने का आरोप लगाया गया था. लेकिन कंगना अभी वे अपने बयान से पीछे नहीं हटी हैं. वे तो अब अयोध्या के बाद कश्मीरी पंडितों पर भी फिल्म बनाने को तैयार हैं.