
पिछले साल 'स्त्री 2' और 'श्रीकांत' जैसी फिल्मों से बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी का स्वाद चख चुके राजकुमार राव की नई फिल्म 'भूल चूक माफ' इस शुक्रवार थिएटर्स में रिलीज होने वाली है. साइंस-फिक्शन पर बेस्ड रोमांटिक कॉमेडी लेकर आ रही इस फिल्म में राजकुमार के साथ वामिका गब्बी हैं जो बहुत तेजी से इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना रही हैं.
'भूल चूक माफ' साइंस-फिक्शन के फ्लेवर के साथ एक मजेदार कॉमेडी स्टोरी लेकर आ रही है. ये फिल्म एक लड़के की कहानी है जिसकी लव स्टोरी कई पचड़ों से उबरकर शादी में बदलती है. मगर तभी वो टाइम लूप में फंस जाता है और उसकी लाइफ अब कैलेंडर के उस एक ही दिन पर अटक कर रह गई है, जहां उसकी हल्दी सेरेमनी हो रही है. समय का पहिया ऐसा अटका है कि उसका जीवन शादी तक पहुंच ही नहीं पा रहा.
फिल्म का कॉन्सेप्ट तो काफी मजेदार है मगर इसके नाम के साथ इतना विवाद जुड़ चुका है कि इसकी कामयाबी पर शक होने लगा है. इन सारे विवादों के चलते 'भूल चूक माफ' के साथ एक ऐसी समस्या भी जुड़ गई है जो दर्शकों को थिएटर्स तक जाने से रोकेगी. आइए बताते हैं इस फिल्म के साथ ऐसा क्या पंगा हुआ...
ऑपरेशन सिंदूर के बीच टाली गई थी 'भूल चूक माफ'
राजकुमार और वामिका की फिल्म 9 मई को थिएटर्स में रिलीज होने वाली थी. फिल्म के टीजर-ट्रेलर और प्रोमोज के अलावा गाने भी रिलीज हो चुके थे. दूसरी तरफ, राजकुमार और वामिका दोनों जमकर अपनी फिल्म प्रमोट कर रहे थे और 5-6 मई तक इंटरव्यूज देते नजर आए थे. लेकिन 6 मई और 7 मई की रात में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद 'भूल चूक माफ' के मेकर्स ने फिल्म की रिलीज टाल दी.
मेकर्स ने अनाउंस किया कि 'मौजूदा घटनाओं और देशभर में सुरक्षा ड्रिल्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए' वे अब अपनी फिल्म थिएटर्स में नहीं रिलीज करेंगे. अब ये फिल्म अपनी ऑरिजिनल रिलीज डेट 9 मई से एक हफ्ते बाद, 16 मई को सीधा ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी.
फिल्म के टलने पर हो गया विवाद
ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी 'भूल चूक माफ' के लिए जनता में ऐसा खास माहौल नहीं बनता नजर आ रहा था जो किसी फिल्म को दमदार शुरुआत दिलाता है. फिल्म टलने की जानकारी आने से पहले इसकी एडवांस बुकिंग भी शुरू हो चुकी थी. 'भूल चूक माफ', मैडॉक फिल्म्स की फिल्म है जिनकी पिछली फिल्मों में 'छावा' और 'स्त्री 2' तगड़ी ब्लॉकबस्टर रही हैं.
उनकी अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'स्काईफोर्स' भले बॉक्स ऑफिस पर हिट नहीं हुई मगर पहले दिन इसे भी 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की ओपनिंग मिली थी. 8 मई, गुरुवार को फिल्म टलने की जानकारी आने से पहले तक इसकी एडवांस बुकिंग बहुत ठंडी चल रही थी और नेशनल चेन्स में लगभग 3000 टिकट ही बुक हुए थे. जबकि शुक्रवार को फिल्म रिलीज होनी थी.
इसलिए सोशल मीडिया पर लोगों ने 'भूल चूक माफ' पर ये सवाल उठाया कि कहीं मेकर्स अपनी फिल्म को मिल रहा ठंडा रिस्पॉन्स देखकर तो फिल्म नहीं टाल रहे! क्योंकि एक तो इसकी नई रिलीज मात्र एक हफ्ते बाद के लिए ही शिड्यूल की गई है ऊपर से थिएटर्स की जगह ओटीटी पर रिलीज किया जा रहा है.
कानूनी पंगे में भी पड़ी 'भूल चूक माफ'
एक तरफ मेकर्स ने 'भूल चूक माफ' को ओटीटी पर रिलीज करने की अनाउंसमेंट की. दूसरी तरफ, भारत की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर-आईनॉक्स ने मेकर्स के इस फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया. मल्टीप्लेक्स चेन का दावा था कि मेकर्स ने एक दिन पहले रिलीज का प्लान बदल दिया जो उनके साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन है और इससे थिएटर चेन को आर्थिक नुक्सान हुआ है. इस नुक्सान का हवाला देते हुए 'भूल चूक माफ' के मेकर्स से 60 करोड़ का हर्जाना भी मांगा गया था.
कोर्ट ने इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए आदेश जारी किया कि मैडॉक फिल्म्स, पीवीआर के थिएटर्स में फिल्म फिल्म रिलीज करने के 8 हफ्ते बाद तक इसे किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज नहीं कर सकता. मगर फिर आपसी सहमति से विवाद सुलझाते हुए मल्टीप्लेक्स चेन और मैडॉक फिल्म्स ने तय किया कि 23 मई को 'भूल चूक माफ' पहले थिएटर्स में ही रिलीज होगी और इसके दो हफ्ते बाद, 6 जून को अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी.
विवाद के बीच हुआ ये नुक्सान
इस विवाद में 'भूल चूक माफ' का ये नुक्सान हुआ कि एक बार इसकी थिएट्रिकल रिलीज टल चुकी है और एक बार ओटीटी रिलीज. फिल्म पहले थिएटर्स से हटकर ओटीटी के लिए शिड्यूल हुई और नए सेटलमेंट के बाद फिर से ओटीटी से हटकर थिएटर्स में पहुंच गई. इस तरह के पचड़ों में फिल्म को लेकर माहौल बिगड़ जाता है. अब 'भूल चूक माफ' भले थिएटर्स में रिलीज होगी मगर इसके थिएट्रिकल बिजनेस पर बड़ा असर पड़ेगा.
ये जानकारी आम है कि फिल्म दो हफ्ते में ही ओटीटी पर आने वाली है ऐसे में दर्शक इस फिल्म के लिए थिएटर्स तक जाने की मशक्कत शायद ही उठाएं. अब 'भूल चूक माफ' को बिजनेस के नाम पर वही कमाई मिलेगी जो ओटीटी से आएगी. ऊपर से बार-बार रिलीज डेट बदलने से जनता में फिल्म की क्रेडिबिलिटी को लेकर भी डाउट रहेगा और ये ओटीटी पर भी फिल्म की परफॉरमेंस पर असर डाल सकता है.
इसलिए एक दिलचस्प कॉन्सेप्ट होने के बावजूद 'भूल चूक माफ' को अब थिएटर्स में शायद उतने दर्शक ना मिलें जितने नॉर्मल रिलीज में मिलते. ओटीटी की डील से अगर ये फिल्म अपनी लागत निकाल भी चुकी हो तो भी थिएटर्स से होने वाली थोड़ी भी कमाई मेकर्स को फायदा ही करवाती. मगर अब मेकर्स इस फायदे से चूक जाएंगे.