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अमेठी-रायबरेली की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस आला कमान के मुताबिक अमेठी और रायबरेली की सभी 10 सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी.

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कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस आला कमान के मुताबिक अमेठी और रायबरेली की सभी 10 सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी.

सपा शीर्ष नेतृत्व ने भी इसका भरोसा दिया है और वह उस पर कायम रहेगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस के उम्मीदवार ही जीतेंगे. संजय सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेठी में एक ही रानी है और वह अमिता सिंह हैं.

भाजपा द्वारा राजपरिवार की बहू गरिमा सिंह को अमेठी से चुनाव का टिकट दिए जाने के सवाल पर सिंह ने कहा कि इस भगवा दल ने अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर ऐसा उमीदवार उतारा है जिसे ना तो अमेठी के लोगों ने देखा है और ना ही उसने कभी अमेठी के लोगों से रिश्ता रखा.

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समाजवादी पार्टी ने भी उतारे हैं अपने उम्मीदवार
गौरतलब है कि कांग्रेस अपने गढ़ कहे जाने वाले अमेठी और रायबरेली की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की प्रबल इच्छुक है. इन जिलों में कई सीटों पर उसकी सहयोगी समाजवादी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह अमेठी से ही चुनाव लड़ने के इरादे पर अडिग हैं. सपा ने इस सीट से मंत्री गायत्री प्रजापति को टिकट दिया है.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी सपा सांसद डिंपल यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. माना जा रहा है कि रविवार को अखिलेश और राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह भी मौजूद रहेंगी. गठबंधन के तहत सपा ने राज्य की कुल 403 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 105 सीटें दी हैं.

हालांकि कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली और अमेठी जिलों की सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच पेंच फंसा हुआ है. शुरू से ही कांग्रेस के साथ गठबंधन की हिमायत कर रहे मुख्यमंत्री अखिलेश इसे विनिंग कॉम्बिनेशन के तौर पर पेश करते हुए अपनी रैलियों में कह रहे हैं कि साइकिल को हाथ मिल गए हैं और यह गठबंधन एक इतिहास रचते हुए 300 से ज्यादा सीटें जीतेगा.

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