प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल रंग की टोपी वाले बयान पर यूपी में संग्राम छिड़ गया है. पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा को लाल रंग के मायने बताए. उधर, इस विवाद में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लाल रंग को क्रांति का प्रतीक बताते हुए पीएम मोदी पर सवाल उठाया. उधर, कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी और सपा नूरा कुश्ती खेल रहे हैं और दोनों जानते हैं सत्ता से बाहर हैं, जबकि सपा नेता अभिषेक मिश्रा ने कहा, लाल रंग बदलाव का रंग है.
दरअसल, पीएम मोदी मंगलवार को गोरखपुर पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी ने लाल टोपी के जरिए सपा पर निशाना साधा था. पीएम मोदी ने कहा था, लाल टोपी पहनने वालों को सरकार बनानी है, इन्हें आतंकियों पर मेहरबानी दिखाने और आतंकियों को छुड़ाने के लिए सरकार बनानी है. पीएम मोदी ने कहा, ये लोग यूपी के लिए 'रेड अलर्ट' हैं. यानी खतरे की घंटी.
आप ने साधा पीएम पर निशाना
अब इस मामले में आप सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी और भाजपा पर निशाना साधा है. संजय सिंह ने आजतक से बातचीत में कहा, मैं बहुत हैरान हूं कि भारत के पीएम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किसी टोपी, वस्त्र के बारे में, आतंकियों को छोड़ने ऐसे ट्वीट कैसे हो सकते हैं. क्या पीएम मोदी अपने विचारों के स्तर को इस हद तक ले जाना चाहते हैं. यूपी में बेरोजगारी, महिलाओं की सुरक्षा, किसान, टीईटी पेपर लीक जैसे तमाम मुद्दे हैं. इन पर बात होनी चाहिए. इन पर सरकार कुछ नहीं बोल रही. लाल रंग क्रांति का प्रतीक है. मुझे इस बात की चिंता है कि कहीं लाल किले का नाम बदलकर काला किला न कर दिया जाए. पीएम क्या 15 अगस्त को काले किले से भाषण देंगे. ये काली टोपी पहनने वाले लोग हैं. ये काला कानून लाते हैं. इनका काला दिमाग है.
कांग्रेस भी कूदी टोपी विवाद में
उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, भाजपा और सपा नूरा कुश्ती खेल रहे हैं और दोनों जानते हैं कि वे सत्ता से बाहर हैं. अखिलेश खुद को विपक्ष कहते है, बोलते हैं सरकार बना रहे हैं, क्या उन पर एक भी मुकदमा है, लाठी खाए हैं या जेल गए हैं. कुछ भी नहीं किया, नेता ऐसे नहीं होते.
सपा ने किया पलटवार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, लाल रंग जोड़ने का प्रतीक हैं, लाल रंग हनुमान का है. लाल रंग सूरज का भी है. लाल टोपी पर इससे पहले भी कई बार योगी जी जिस भाषा का प्रयोग कर चुके हैं, पीएम मोदी को पता नहीं क्या हो गया है कि वे भी योगी की भाषा का प्रयोग कर रहें हैं. भाजपा सपा के लाल रंग से डर गई है. इसलिए इस भाषा का प्रयोग कर रही है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जाएंगे, वैसे-वैसे बीजेपी अपनी हार को देख कर भाषा का स्तर गिराती जाएगी.
सपा नेता अभिषेक मिश्रा ने कहा, लाल रंग बदलाव का रंग है, लाल रंग सिंदूर का रंग है, जोड़े का और सुहाग का रंग है. ब्राह्मण का रंग है. जो लोग लाल रंग पर सवाल उठा रहे हैं, वह याद रखें कि सबकी रगों में लाल रंग ही दौड़ रहा है. भाजपा के लिए यह लाल रंग असफलता का रंग बनेगा. लाल रंग वाले अपने विचारों के पक्के होते है, जो लोग अलग रंग की टोपी लगा रहे हैं वही जानें.
केशव प्रसाद मोर्य बोले- इनसे बचकर रहना
उधर, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य ने कहा, 2017 से पहले जो अराजकता थी, अपराधियों की सरकार थी, वह सब लाल टोपी की वजह से थी. पीएम ने संकेत दिया है कि इनसे बचके रहना है. उन्होंने कहा, सपा कल से साफ हो गई है. मोर्य ने कहा, रेड अलर्ट का मतलब है रुके रहो, सपा की तरफ मत जाओ, बसपा कांग्रेस के साथ मत जाओ. बीजेपी के राम राज्य के साथ जाओ.