अपने बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाले इत्तेहा-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा का समर्थन कांग्रेस के लिए भारी पड़ता नजर आ रहा है. रजा ने मंगलवार को ही कांग्रेस को समर्थन दिया था और बुधवार को कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया. बरेली के कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला के घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रजा ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर में मरने वालों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि हम हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रहे, लेकिन 2009 में कांग्रेस के साथ थे. मुसलमानों ने आपको पेरोल पर छोड़ा है. आगे काम अच्छा रहेगा तो ही कांग्रेस के बारे में सोचा जाएगा. रजा ने कहा कि सरकार बनने के बाद कहा था कि हम बाटला हाउस की जांच करवाएंगे. लेकिन नहीं करवाई. कांग्रेस ने कहा कि पुलिस का मनोबल टूटेगा. उन्हें पुलिस के मनोबल की फिक्र थी, लेकिन 20 करोड़ मुसलमानों के मनोबल की फिक्र नहीं थी.
मौलाना तौकीर रजा ने आगे कहा कि कांग्रेस ने मुझसे कहा था कि सरकार बनने के बाद हम सबसे पहले बाटला हाउस एनकाउंटर की जांच करवाएंगे. अगर बाटला हाउस एनकाउंटर की जांच करवा ली होती तो दुनिया को पता चल जाता जो मारे गए वो आतंकवादी नहीं थे. इंस्पेक्टर शर्मा को भी पुलिस ने मारा था.
रजा ने यह भी कहा कि कांग्रेस से मेरी शिकायतें हमेशा रहीं हैं. हमेशा कांग्रेस की मुखालिफत करता रहूंगा, लेकिन अब लगता है कि दोनों भाई-बहन की यूपी ही नहीं, पूरे देश को जरूरत हैं. समाजवादी पार्टी पर हमाल बोलते हुए रजा ने कहा कि मैं सपा में मंत्री था, लेकिन सबसे ज्यादा दंगे सपा के कार्यकाल में हुए और उनमें बेगुनाह मुसलमानों को जेल में डाला गया. इसलिए कांग्रेस को मौका मिलना चाहिए.