यूपी सरकार के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर बरसे. अखिलेश यादव ने कहा, अच्छा हुआ उन्हें बीजेपी ने पहले ही गोरखपुर भेज दिया और अब जनता के साथ मिलकर हम उन्हें लखनऊ से विदाई दे देंगे.
उन्होंने कहा, अभी तक लग रहा था डबल इंजन में इंजन एक दूसरे से टकरा रहे मगर जो विदाई हुई है गोरखपुर के लिए मैं बधाई देता हूं. जब उन्होंने ही भेज दिया है तो जनता और हम सब मिलकर यह पक्का कर देंगे की दोबारा न आ पाएं.
वहीं दलित के घर सीएम योगी आदित्यनाथ के खाना खाने को लेकर तंज कसते हुए कहा, कैसी बेमन की तस्वीर थी जिसमें वह खिचड़ी खा रहे थे उन्हें याद आ रहा होगा कि साबुन और शैंपू नहीं भिजवाया. यह जानते थे कि गरीब है हो सकता है न नहाया हो दो तीन दिन से इसीलिए साबुन भिजवाया था.
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पिछड़ों का वोट पाने के लिए मुख्यमंत्री खिचड़ी खा रहे हैं. हम लोग चुनाव के मैदान में चले गए हैं जितना त्याग करना था कर चुके हैं, जो लोग बीजेपी को हटाना चाहते हैं वह भी त्याग करें.
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, अगर आज गरीब के पास तेल, साबुन कपड़े नहीं हैं तो इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है क्योंकि महंगाई की वजह से वो इन चीजों को नहीं खरीद पाते हैं.
वहीं बीजेपी के चुनाव प्रचार को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, यह लोग इतने कूटे जा रहे हैं की कुछ बोल नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा, दारा सिंह विभाग में रहकर लगातार कोशिश करते रहे उन्हे पेड़ पौधों से नदियों से कोई लगाव ही नहीं है.
यह मंत्री की हैसियत से इटावा सफारी का उद्घाटन करने गए थे, इन्होंने हिम्मत कर लाइन सफारी का उद्घाटन किया. मुझे उसी दिन लग गया था की इनको अपने साथ लाना था.
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा, Strike the iron when it is hot (जब लोहा गर्म हो तभी उसपर हथोड़ा मारना चाहिए) .. और हमने यही किया. दारा सिंह ने वो काम भी आगे बढ़ाए को सपा ने किए थे.
योगी पर तंज कसते हुए कहा कि कभी-कभी एक तस्वीर सोशल मीडिय पर चलती है की बाबा किसी जानवर को गोदी में बिठाए हुए हैं.
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