आम आदमी पार्टी को लेकर जेडीयू के बदले रुख से तो सभी वाकिफ हैं. जेडीयू के नेता पहले जिस केजरीवाल को पानी पी-पीकर कोसते थे वही आज वक्त की नजाकत को देखते हुए अरविंद केजरीवाल की पैरवी कर रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव और केसी त्यागी बनारस पहुंच कर आम आदमी पार्टी की पैरवी में जुट गए हैं.
वैसे राजनीति में ऊंट किस करवट बैठेगा उसका पता अंत तक नहीं चलता लेकिन जेडीयू की इस दोहरी नीति से ये सवाल उठ रहा है कि एनडीए को समर्थन देने के मामले में भी क्या पार्टी पलट जाएगी.
हालांकि पार्टी के नेता केसी त्यागी ने एनडीए को समर्थन देने की बात से साफ इनकार करते हुए कहा, 'हमने एनडीए को समर्थन देने के मामले पर ताला लगा दिया है और चाबी को समन्दर में फेंक दिया है.'
केजरीवाल को समर्थन देने के सवाल पर त्यागी का कहना था कि केजरीवाल का विरोध पहले था लेकिन जब से वो संसद की राजनीति में आए हैं तब से उनसे कोई बैर नहीं है.
वैसे केजरीवाल को समर्थन देने के मामले में पार्टी जो तर्क दे रही है वो कम हास्यास्पद नहीं है. लेकिन राजनीति में सब चलता है. जो नेता कभी एक दूसरे को देखना पसंद नहीं करते थे वही नेता जरूरत पड़ने पर गले मिलने से नहीं कतराते. लेकिन अब तो 16 मई को ही ये साफ गो पाएगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा और पार्टियां अपने सिद्धांतों से किस हद तक समझौता करती हैं.