अभी लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित भी नहीं हुए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव सार्वजनिक तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपनी नाराजगी जता रहे हैं. ये खबर एक अंग्रेजी अखबार में छपी है.
जेडीयू अध्यक्ष की नाराजगी का सबूत तब मिला जब उन्होंने अपनी ही पार्टी के एक नेता के लिए चुनाव प्रचार के दौरान यह कहते हुए माफी मांगी कि राज्य की बदहाली के लिए वह जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने पहले लालू प्रसाद यादव को सत्ता पाने में मदद की और इसके बाद मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को.
शरद यादव का कहना है कि दोनों ने सिर्फ जात-पात की राजनीति की, जिससे बिहार को नुकसान हुआ.
गौरतलब है कि एनडीए के पूर्व संयोजक शरद यादव के संसदीय क्षेत्र मधेपुरा में वोटिंग हो चुकी है. खबर है कि इस बार शरद यादव के लिए इस सीट को बचा पाना बेहद मुश्किल है. उन्हें आरजेडी उम्मीदवार पप्पू यादव और बीजेपी कैंडिडेट विजय सिंह कुशवाहा से कड़ी टक्कर मिल रही है. यादव वोटों के बंट जाने के कारण इस बार शरद यादव के हारने की संभावना बढ़ गई है.
गौरतलब है कि शरद यादव जेडीयू के एनडीए गठबंधन से बाहर होने के खिलाफ थे. यह फैसला नीतीश कुमार का था. हालांकि बाद में शरद यादव अपनी पार्टी के इस फैसले को मानने के लिए मजबूर हो गए.
नीतीश कुमार पर इशारों में निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'इस राज्य ने कर्पूरी ठाकुर जैसे लोगों के देखा है जो सही मायने में समाजवादी नेता थे. लेकिन लालू प्रसाद यादव ने क्या किया, यह हर कोई जानता है. उन्होंने बिहार के गौरव और आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लालू की राजनीति को ही चुना.'