लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की ओर से बीएसआर कांग्रेस के बीजेपी में विलय के खुले विरोध के बाद पार्टी के संसदीय बोर्ड ने इसे पार्टी में नहीं मिलाने का निर्णय किया. लेकिन इसके अध्यक्ष बी. श्रीरामुलु को कर्नाटक की बेल्लारी लोकसभा सीट के लिए बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की अनुमति दी.
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी संसदीय बोर्ड की आज हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई और बीएसआर कांग्रेस का पार्टी में विलय नहीं करने का निर्णय किया गया. बीएसआर कांग्रेस बीजेपी में विलय चाहती थी, लेकिन सुषमा ने इसका खुला विरोध किया. विपक्ष की नेता ने पिछले सप्ताह पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में कहा था कि ऐसे दागी नेताओं को बीजेपी से जुड़ने की अनुमति नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने श्रीरामुलु और रेड्डी बंधुओं की बीजेपी में वापसी की कवायद का कड़ा विरोध किया. सुषमा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के बीजेपी के सहयोगी दल हरियाणा जनहित पार्टी में प्रवेश के प्रयासों पर भी विरोध जताया था. कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष प्रहलाद जोशी ने बताया कि संसदीय बोर्ड ने श्रीरामुलु को बीजेपी के टिकट पर बेल्लारी से चुनाव लड़ाने का निर्णय किया है.
श्रीरामुलु ने बताया कि बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें टिकट दिए जाने के बारे में बता दिया है और उनकी पार्टी विलय के लिए तैयार है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड ने बीएसआर कांग्रेस के बीजेपी में विलय के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया. लेकिन उसके कुछ नेताओं को बीजेपी में शामिल होने की अनुमति दी है. हालांकि, उसके हर नेता की साख पर विचार होगा और केवल ऐसे लोगों को ही पार्टी में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी जो दागी नहीं हैं और जनता में जिनकी अच्छी छवि है.
बताया जाता है कि बीजेपी बीएसआर कांग्रेस के कुछ और नेताओं को टिकट दे सकती है. भ्रष्टाचार के आरोप के चलते कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से हटने वाले बीएस येदियुरप्पा ने भी हाल में बीजेपी में वापसी की है. समझा जाता है कि उनके विश्वासपात्र जीएस बसवराज को तुमकूर से बीजेपी का टिकट मिल सकता है. वह अभी इसी सीट से सांसद हैं.