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Fatehgarh Churian Assembly Seat: अकाली के साथ मुकाबले में दो बार विजयी बनी कांग्रेस, इस बार क्या?

फतेहगढ़ चुरियन विधानसभा सीट: इस सीट पर 2017 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा को जीत मिली थी. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के निर्मल सिंह कहलों को 1999 वोटों के मार्जिन से हराया था.

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Punjab Assembly Election 2022( Fatehgarh Churian Assembly Seat)
Punjab Assembly Election 2022( Fatehgarh Churian Assembly Seat)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कांग्रेस अकाली का रहा है मुकाबला
  • पिछले दो बार से कांग्रेस को मिली जीत

फतेहगढ़ चुरियन विधानसभा सीट गुरदासपुर जिले में आती है. इस सीट पर 2017 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा को जीत मिली थी. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के निर्मल सिंह कहलों को 1999 वोटों के मार्जिन से हराया था. 2017 में फतेहगढ़ चुरियन में कुल 43.81 प्रतिशत वोट पड़े. इससे पहले 2012 में भी कांग्रेस उम्मीदवार त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा ही इस सीट से चुने गए थे. उन्हें कुल 56176 वोट मिले थे, जबकि शिरोमणि अकाली दल उम्मीदवार निर्मल सिंह कहलों को 55537 वोट मिले थे. 

गुरदासपुर लोकसभा सीट है बेहद खास
गुरदासपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विनोद खन्ना 4 बार सांसद चुने गए थे. विनोद खन्ना 1998 में पहली बार गुरदासपुर सीट से सांसद बने और इसके बाद लगातार तीन चुनाव जीते. वह 1998, 1999, 2004 और 2014 में यहां से सांसद चुने गए. हालांकि 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह बाजवा से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन 2014 में एक बार फिर से विनोद खन्ना ने जीत हासिल की. 

और पढ़ें- Batala Assembly Seat: कांग्रेस की राह में रोड़े तो नहीं अटकाएगी आपसी गुटबाजी!

27 अप्रैल 2017 को विनोद खन्ना के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए और यह सीट फिर से कांग्रेस के हाथ में चली गई. कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने यहां बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बीजेपी के सवर्ण सिंह सलारिया को 1,93,219 मतों के अंतर से लोकसभा चुनाव हराया था.

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