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'आप दिग्विजय सिंह को सीरियसली लेते हैं...' जानिए मीडिया से ऐसा क्यों बोल पड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया?

MP Assembly Elections 2023: जब मीडिया ने कमलनाथ के ट्वीट के बारे में सवाल किया तो सिंधिया ने कहा, मैं ट्वीट का जवाब ट्विटर पर देता हूं और वैसे भी अब यह ट्विटर नहीं रहा है बल्कि एक्स (X) बन गया है. इसके साथ ही एक अन्य सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह को आप कभी सीरियसली लेते हैं क्या?

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सिंधिया के महल में पहुंचकर महिला नेताओं ने जॉइन की BJP.
सिंधिया के महल में पहुंचकर महिला नेताओं ने जॉइन की BJP.

MP Assembly Elections 2023: विजयदशमी के दिन कांग्रेस को ग्वालियर अंचल में करारा झटका लगा है. कांग्रेस के अशोकनगर और शिवपुरी के दो महिला नेत्रियों समेत तीन नेताओं ने विजयदशमी के दिन सिंधिया के महल में पहुंचकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. जिन कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है, उनमें से एक कांग्रेस नेत्री साल 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी बनकर अशोकनगर विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी है.

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे ही जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. इसकी बानगी मंगलवार को ग्वालियर में देखने को मिला. केंद्रीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल जय विलास पैलेस पहुंचकर कांग्रेस की दो नेत्री आशा दोहरे और अनीता जैन ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके अलावा कांग्रेस नेता राकेश जैन अमोल ने भी कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.

खास बात यह है कि बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने वाली आशा दोहरे और अनीता जैन रिश्ते में सास बहू हैं. अशोकनगर में आशा दोहरे ने साल 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी बनाकर भाजपा के प्रत्याशी जसपाल सिंह जज्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. जबकि उनकी सास अनीता जैन नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष रह चुकी है. इसके साथ ही शिवपुरी के कांग्रेस नेता रहे राकेश जैन अमोल शहर कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं. तीनों ही नेताओं ने सिंधिया के समक्ष सदस्यता लेने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी.

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अनीता जैन ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा, ''यह मेरी बहुत बड़ी भूल थी कि मैं महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) के साथ कांग्रेस छोड़कर नहीं आई थी 30 साल से मैं कांग्रेस में थी. लेकिन आज मैं बीजेपी में महाराज के साथ आ गई मेरे दिल का बोझ उतर गया.''

जबकि आशा दोहरे ने कहा, ''महाराज जब कांग्रेस छोड़कर गए थे तब हम उनकी तकलीफ को नहीं समझ सके थे. हमें दुख हुआ था और महाराज को भी दुख हुआ था. लेकिन आज हम उसे तकलीफ को समझ सके हैं.''

कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए राकेश जैन अमोल कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय ने खेल खेला है लोगों को पहले आश्वासन दिया कांग्रेस ज्वाइन कराई और फिर उन्हें टिकट नहीं दिया.

इस मौके पर  सिंधिया ने कहा कि किसी कारणवश यह लोग हमारे साथ नहीं आए थे लेकिन आज हमारे साथ आए हैं और बीजेपी में हम इनका स्वागत करते हैं.

इस दौरान जब मीडिया ने कमलनाथ के ट्वीट के बारे में सवाल किया तो सिंधिया ने कहा, मैं ट्वीट का जवाब ट्विटर पर देता हूं और वैसे भी अब यह ट्विटर नहीं रहा है बल्कि एक्स (X) बन गया है. इसके साथ एक अन्य सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह को आप कभी सीरियसली लेते हैं क्या?

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दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि ऐसी संभावना बनी कि भाजपा सिंधिया को शिवपुरी से टिकट देगी. इसलिए सिंधिया को रोकने के लिए 6 बार से पिछोर के कांग्रेस विधायक केपी सिंह को शिवपुरी सीट से टिकट दिया गया. लेकिन सिंधिया डर के मारे भाग गए. 

मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक पर्चा भरा जाना है. फॉर्म वापसी 2 नवंबर तक होगी. मतदान 17 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी.  

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