दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई बार बीजेपी पर अपनी हत्या का साजिश का आरोप लगा चुके हैं. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता पर इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था. इस पर विजेन्द्र गुप्ता ने अरविन्द केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कानूनी नोटिस भेजा है.
इसमें उन्होंने मांग की है कि वे दोनों एक हफ्ते के अंदर -अंदर अपने ट्वीट को वापिस लें और उस वक्तव्य के लिए खेद व्यक्त करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें जिसमें उन्होंने उन पर यह आरोप लगाया है कि वे केजरीवाल की हत्या की साजिश का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे उनके विरुद्ध सक्षम न्यायालय में सिविल तथा आपराधिक मुकदमा दायर करने के लिए बाध्य होंगे.
यह नोटिस कल ट्वीट पर किए गए उस नोटिस के बाद जारी किया गया है जिसमें नेता विपक्ष ने कल शाम तक दोनों आरोपियों से मांग की थी कि वे कल शाम तक अपनी अपमानजनक टिप्पणियां व वक्तव्य वापिस लें. गुप्ता ने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री खेद व्यक्त करने में आज तक असफल रहे, इसलिए उन्हें कानूनी नोटिस देने के लिए बाध्य होना पड़ा.
आज केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को दिए गए नोटिस में विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि पंजाब में दिए गए बयान में कहा गया था कि केजरीवाल के ऊपर स्वर्गीय प्रधानमंत्री सुश्री इंदिरा गांधी की तरह जानलेवा हमला किया जाएगा. जिसके लिए विजेन्द्र गुप्ता द्वारा षडयंत्र रचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और अधारहीन हैं, वह मुख्यमंत्री सहित किसी की भी हत्या करने की सोच भी नहीं सकते.
Sent a legal notice to CM @ArvindKejriwal & Dy CM @msisodia for their deliberate act to malign my reputation & defame me. They must withdraw their erroneous charge to shut my voice & apologise publicly. pic.twitter.com/vMXIY2xVe1
— Chowkidar Vijender Gupta (@Gupta_vijender) May 21, 2019
उन्होंने कहा, इस आरोप से उनके सम्मान को ठेस पहुंची है इन आरोपों के कारण उनकी छवि धूमिल हुई है. उनके ट्विटर और मीडिया के माध्यम से जो संदेश दिया गया है वह दिल्ली और दिल्ली से बाहर रहने वाले लोगों के बीच पहुंचा है. इसके कारण उन्हें बड़ी फजीहत उठानी पड़ी है. इसके लिए केजरीवाल और सिसोदिया पूरी तरह जिम्मेदार हैं.
नोटिस में कहा गया कि 4 मई को केजरीवाल को थप्पड़ मारने की जो दुर्घटना हुई थी, उसके लिए उन्होंने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था. इस घटना को तोड़-मरोड़कर पेश कर उन्होंने चुनाव के दौरान राजनीतिक लाभ उठाने की भरपूर कोशिश की. इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि केजरीवाल ने खुद ही लाइन अधिकारी को अपनी गाड़ी से सुरक्षाकर्मियों को हटाने के लिए आदेश दिए थे. अतः इस घटना के लिए वे स्वयं पूरी तरह जिम्मेदार हैं.
विपक्षी नेता ने कहा कि केजरीवाल सरकार शासन चलाने में पूरी तरह विफल रही है और वे ऐसे हथकंडे अपनाकर अपनी नाकामियों से ध्यान हटाना चाहती है.