महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट पर एनसीपी के उदयनराजे भोसले ने शिवसेना के नरेंद्र पाटिल को 126528 वोटों से हराया. उदयनराजे भोसले को 579026 और नरेंद्र पाटिल को 452498 वोट मिले. सतारा लोकसभा सीट पर 23 अप्रैल को तीसरे चरण में वोट डाले गए थे. इस सीट से 9 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार सतारा लोकसभा सीट पर 60.31 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था, जबकि साल 2014 में यहां 56.79 प्रतिशत वोटिंग रिकॉर्ड की गई थी. इस संसदीय क्षेत्र में कुल 18 लाख 38 हजार 987 मतदाता पंजीकृत हैं, लेकिन कुल 11 लाख 9 हजार 90 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
इस लोकसभा सीट पर मतगणना के दौरान मिलने वाले रुझान और अंतिम परिणाम जानने के लिए इस पेज पर बने रहिए. इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है. लिहाजा आप भी इस पेज को लगातार रिफ्रेश करते रहिए.
साल 2014 का चुनाव परिणाम
साल 2014 के चुनाव में देश भर में मोदी लहर के बावजूद भी सतारा सीट से एनसीपी के उदयनराजे भोसले ने जीत हासिल की और सांसद बने. मोदी लहर में भी उन्हें 5 लाख 22 हजार 531 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय पुरुषोत्तम जाधव को 1 लाख 55 हजार 937 ही वोट मिले थे. उदयनराजे भोसले शिवाजी महाराज के 13वें पीढ़ी के वंशज हैं. इस सीट पर उदयनराजे भोसले का जलवा है. साल 2009 के चुनाव में एनसीपी के उदयनराजे भोसले को 5 लाख 32 हजार 583 वोट मिले थे. उन्होंने शिवसेना के पुरुषोत्तम जाधव को हराया था.
कौन-कौन हैं उम्मीदवार
महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने मौजूदा सांसद उदयनराजे भोसले को ही चुनावी मैदान में उतारा है. शिवसेना ने नरेंद्र अनसैब पाटिल, बहुजन समाज पार्टी ने आनंद राम थेरावडे, वंचित बहुजन आघाडी ने शाहदेव केरप्पा अइवाले को टिकट दिया है. इनके अलावा चार निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. सतारा संसदीय सीट पर इस बार कुल 9 प्रत्याशी हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
साल 1951 में गणेश सदाशिव अल्तेकर नॉर्थ सतारा से और वैंकटराव पवार साउथ सतारा से कांग्रेस पार्टी से सांसद बने थे. 1957 में सीपीआई के नाना रामचंद्र पाटील सांसद बने उसके बाद 1962 से 1996 तक कांग्रेस का शासन रहा. 1980 से 1984 के बीच Congress (Urs) के यशवंतराव चव्हाण सांसद बने जो पहले कांग्रेस में ही थे. 1984 से 1996 तक कांग्रेस के प्रतापराव बाबूराव भोंसले तीन बार सांसद रहे.
कांग्रेस के वर्चस्व को 1996 में शिवसेना के हिंदुराव नाइक निंबालकर ने खत्म किया और इस सीट को कब्जे में किया लेकिन ये जीत क्षणिक रही. 1998 में कांग्रेस और 1999 में एनसीपी ताकत में आई. 1999 से 2009 तक लक्ष्मणराव जाधव और 2009 से वर्तमान तक उदयनराजे भोसले एनसीपी से सांसद हैं.
गौरतलब है कि सतारा लोकसभा सीट के विधानसभा की 6 सीटें आती हैं, यहां की विधानसभा सीटों का मिजाज पूरी तरह से एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में है. विधानसभा सीट वई, कोरेगांव, कराड उत्तर और सतारा पर एनसीपी, कराड दक्षिण में कांग्रेस और पाटन में शिवसेना का कब्जा है.
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