नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है. उनके साथ-साथ पूरी कैबिनेट ने भी राष्ट्रपति भवन में शपथ ली. इससे तय हो गया है कि एक बार फिर मोदी की कोर कमेटी में वही पुराने चेहरे हो सकते हैं. राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण हिस्सा हो सकते हैं तो वहीं अरुण जेटली की जगह अमित शाह होंगे. हालांकि इस बार सुषमा स्वराज मंत्री नहीं बनी हैं. इन मजबूत नेताओं का रोल भी पिछली सरकार के जैसा ही तय माना जा रहा है.
अमित शाह संभालेंगे वित्त मतलब राजनाथ ही होंगे गृह मंत्री!
सूत्रों की मानें तो राजनाथ सिंह एक बार फिर देश के गृह मंत्री बनेंगे. यानी पिछली सरकार की तरह ही इस बार भी उनका रोल भी समान ही होगा. राजनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेता में से एक हैं और PM ने एक बार फिर उनपर विश्वास जताया है. अब अगर अमित शाह सरकार में मंत्रिपद संभालते हैं और वित्त मंत्रालय उनके खाते में जाता है तो राजनाथ का गृहमंत्री बनना तय है.
सुषमा नहीं बनीं मंत्री, क्या CCS में मिलेगी जगह!
पिछले पांच साल में सुषमा स्वराज ने बतौर विदेश मंत्री काफी सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. पहले खबर थी कि वह विदेश मंत्री बनी रहेंगी, लेकिन वह काफी देरी से राष्ट्रपति भवन पहुंची और दर्शक दीर्घा में ही बैठी रहीं. हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि क्या उन्हें CCS में जगह मिलेगी या नहीं.
फिर देश की रक्षा करेंगी निर्मला!
निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बना पिछली बार नरेंद्र मोदी हर किसी की चौंका दिया था. अब एक बार फिर उन्हें यही जिम्मेदारी दी जा सकती है. पिछले कार्यकाल में राफेल विमान सौदे को लेकर काफी विवाद रहा था, लेकिन निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का डटकर सामना किया.
कैसा रहेगा सुरक्षा समिति का फैसला?
देश की सुरक्षा से जुड़े सभी फैसले लेनी वाली कैबिनेट सुरक्षा समिति की तस्वीर भी इसी के साथ साफ हो गई है. अरुण जेटली की जगह इस बार अमित शाह की CCS में एंट्री होनी तय है तो उनके अलावा सुषमा स्वराज, निर्मला सीतारमण और राजनाथ सिंह इस कमेटी में बरकरार रह सकते हैं. बता दें कि ये वही कमेटी है जिसने बालाकोट एयरस्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे अहम फैसले लिए थे.