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विरोधी उम्मीदवार के पैर छूने पर राजनाथ सिंह के बेटे ने दिया ये जवाब

आचार्य प्रमोद कृष्णम के पांव छूने के सवाल पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह ने कहा कि 'हां प्रमोद कृष्णम जी से मैं मिला था तो मैंने उनके पांव छुए. वह हमसे बड़े हैं. वह साधु के वेश में हैं. हमारी संस्कृति हमारे, संस्कार यह हैं कि जब कोई सामने पड़े तो उसका आशीर्वाद लेना चाहिए तो मैंने उनका आशीर्वाद लिया.

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फाइल फोटो- राजनाथ सिहं
फाइल फोटो- राजनाथ सिहं

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह देशभर में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. पार्टी के स्टार प्रचारक होने के चलते उन्हें अपने ही चुनावी क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने का समय नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में राजनाथ सिंह की सीट पर चुनाव प्रचार की कमान उनके बेटों ने संभाल रखी है. आजतक से बातचीत में राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह ने भरोसा जताया कि लखनऊ की आवाम का समर्थन पार्टी को है.

नीरज सिंह ने कहा कि जनता के बीच जाने का अवसर मिल रहा है और बड़ा समर्थन मिल रहा है. मोदी जी के 5 साल के कार्यकाल के प्रति लोगों में पार्टी के लिए विश्वास बढ़ा है. राजनाथ जी के 5 साल के कार्यकाल में जो लखनऊ में काम हुए हैं उसे भी जनता सराह रही है. चुनाव प्रचार की रणनीति पर नीरज सिंह ने कहा कि वे राजनाथ सिंह की ओर से लखनऊ के लिए किए गए विकास कार्यों के बारे में जनता को बता रहे हैं.

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उन्होंने कहा, 'हम राजनाथ जी के कामों को लोगों को बता रहे हैं. 105 किलोमीटर का रिंग रोड दिया है, सात बड़े फ्लाईओवर बनाए हैं. नया एयरपोर्ट टर्मिनल दिया है. 13 हजार करोड़ लगाकर मेट्रो का विस्तार दिया है. 24000 करोड़ की योजनाएं लखनऊ में पूरी हुई है. जनता के लिए केवल विकास के मुद्दे पर और केंद्र सरकार के कामकाज के मुद्दे पर हम वोट मांग रहे हैं.'

नीरज सिंह से जब महागठबंधन के प्रभाव पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि महागठबंधन का लखनऊ में कोई प्रभाव नहीं है. नीरज सिंह ने कहा, 'सभी कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है. सारे लोग अपनी टोलियां लेकर निकल रहे हैं. हम खुद भी कार्यकर्ताओं के साथ निकल रहे हैं, जहां मुझे बताया जाता है वहां जाता हूं. कार्यकर्ता दर्शन कार्यक्रम के तहत 98 वार्ड्स जोकि लखनऊ शहर में हैं वहां के चुने हुए पार्षदों को लेकर संगठन को लेकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं.'

जब उनसे पूनम सिन्हा पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे इस पर टिप्पणी नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, 'पूनम सिन्हा पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा. हम अपनी लकीर कैसे लंबी करें, पूरा हमारा ध्यान इसी पर है. हमारे पास किए हुए ढेरों कार्य हैं. इसलिए हमें किसी दूसरे पर बोलने का टीका टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं. हमने जो काम किया है उसी आधार पर जनता के बीच जा रहे हैं.'

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आचार्य प्रमोद कृष्णम के पांव छूने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'हां प्रमोद कृष्णम जी से मैं मिला था तो मैंने उनके पांव छुए. वह हमसे बड़े हैं. वह साधु के वेश में हैं. हमारी संस्कृति हमारे, संस्कार यह हैं कि जब कोई सामने पड़े तो उसका आशीर्वाद लेना चाहिए तो मैंने उनका आशीर्वाद लिया. मैंने उनको पैर छूकर प्रणाम किया. उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया. मुझे नहीं लगता है पर कोई राजनीतिक टिप्पणी की जरूरत है.'

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर उन्होंने कहा, 'अटल जी पार्टियों से ऊपर थे और आज अटल जी के विचारों को लेकर ही हम आगे बढ़ रहे हैं. यही उन्हें दी जाने वाली सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है.'

नीरज सिंह अकेले ही पिता राजनाथ सिंह के लिए कैंपेनिंग नहीं कर रहे हैं. उनके साथ उनके बड़े भाई पंकज सिंह भी चुनावी रणक्षेत्र में हैं. दोनों भाइयों ने अपने बीच क्षेत्रों का बंटवारा कर रखा है. कार्यक्रमों का निर्धारण रोज होने वाली मीटिंग के आधार पर किया जाता है जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सलाह भी ली जाती है.

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