उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन से अखिलेश यादव और मायावती को हौसले बुलंद हो तो कांग्रेस ने प्रियंका गांधी से उम्मीद लगाए हुए है. इन सबके बीच इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा है बल्कि हमें 73 संसदीय सीटों से 74 मिलेगी 72 नहीं होंगी.
इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने अमित शाह से पूछा कि 2019 में एनडीए को कितनी सीटें मिलेंगी? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सीटों का आंकड़ा देना मुश्किल है, लेकिन हम पहले से मजबूत होकर सत्ता में आएंगे और नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. यूपी में हमें 73 से बढ़कर 74 सीटें मिलेंगी लेकिन 72 सीटें नहीं होने जा रही है.
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी में अपना दल के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी थी. सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 71 और अपना दल 2 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. हालांकि, उपचुनाव में बीजेपी को 3 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा है. इस तरह से मौजूदा समय में 68 सीटें बीजेपी के पास बची हुई हैं.
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में मात देने के लिए सपा-बसपा ने 23 साल पुरानी दुश्मनी को भुलाकर हाथ मिलाया है. जबकि कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को महासचिव बनाते हुए यूपी के पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी है.
ऐसे में अमित शाह ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में कहा कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती के गठबंधन से हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा, भले ही सपा-बसपा वोट बेस हो. लेकिन ये कहना कि अखिलेश और मायावती का गठबंधन हमारे लिए बड़ा खतरा है तो ये बड़ा शब्द हो जाएगा. हालांकि, हमारी पार्टी पूरी तैयारी और गंभीरता से चुनाव लड़ने का काम करेंगी.
अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान जब सपा और कांग्रेस ने गठबंधन किया था तो भी कहा जाता था कि उन्हें 270 सीटें मिलेंगी, लेकिन क्या ऐसा हुआ. यूपी के नतीजे क्या रहे, ये सबके सामने हैं. और एक बार फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी पहले से बेहतर नतीजे आएंगे.
वहीं, प्रियंका के सक्रिय राजनीति में कदम रखने के सवाल पर अमित शाह ने कहा, 'मेरा मानना है कि परिवारवाद के नाम पर राजनीति के दिन अब लद गए हैं. प्रियंका की एंट्री मीडिया के लिए सिर्फ एक इवेंट है, बाकी इससे कुछ होने वाला नहीं है.'