कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश दौरा बुधवार को संपन्न हो गया. प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह सोचना बंद करना चाहिए कि जनता मूर्ख है. पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका ने 140 किलोमीटर की दूरी गंगा नदी मार्ग से तय की और तटों पर रहने वालों से मुलाकात की.
वाराणसी के रामनगर में जब प्रियंका पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास पर गईं तो वहां कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए, 'गली गली में शोर है, चौकीदार चोर है' तो बीजेपी समर्थकों ने 'मोदी—मोदी' के नारे लगाए. दोनों पक्षों के नेताओं के बीच-बचाव के बाद विवाद शांत हुआ.
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक माहौल को परखने निकलीं प्रियंका की गंगा यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खासा उत्साह नजर आया. प्रियंका ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने इस देश की हर संस्था पर पिछले पांच साल के दौरान प्रहार किया.
उन्होंने कहा कि इसलिए मैं सोचती हूं कि प्रधानमंत्री को यह सोचना बंद करना चाहिए कि जनता मूर्ख है. उन्हें समझना चाहिए कि जनता सब कुछ देखती समझती है. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बिल्कुल डरती नहीं हूं. चाहे कुछ भी करें, हमें जितना भी प्रताडित करें, हम डरते नहीं हैं. हम उनके खिलाफ लड़ते रहेंगे जितना हमें प्रताड़ित करेंगे, उतनी जोर से हम लड़ेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी गंगा मार्ग से पहुंचने पर प्रियंका ने नाविक समुदाय के लोगों से अस्सी घाट पर संवाद किया. उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे देश में हो रही नकारातमक राजनीति को नकार दें और अपनी आवाज बुलंद करें.
उन्होंने कहा कि इन चुनावों में एक नए तरह की राजनीति की जरूरत है. उन्होंने वोटरों से कहा कि वे नकारात्मक राजनीति को नकारें. मोदी का नाम लिए बिना प्रियंका ने निशाना साधा, '56 इंच का सीना किधर गया.'
नाविकों में निषाद और मल्लाह समुदाय के लोगों ने अपनी समस्याओं से प्रियंका को अवगत कराया. प्रियंका ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनकी समस्याओं का हल करने के प्रयास करेगी.
प्रियंका ने बीजेपी नेताओं को अहंकारी बताते हुए कहा कि जब राजनीति का मकसद केवल सत्ता हासिल करना हो जाता है तो उससे समस्या खड़ी होती है. उन्होंने कहा कि किसान परेशान हैं क्योंकि उन्हें उनके उत्पाद के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं. युवा बेरोजगार हैं. मोदी के शासन में देश के उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव ने जनता से अपील की कि बीजेपी को बेदखल करने के लिए वे कांग्रेस को वोट दें और ऐसी सरकार चुनें जो उनके मुद्दों का हल करती हो. कांग्रेस सत्ता में आई तो किसानों और युवाओं की समस्याओं का निदान करेगी.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने नाविक समुदाय की अनदेखी की है. उनके लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कह चुके हैं कि कांग्रेस सत्ता में आई तो मछुआरों और नाविकों के लिए अलग मंत्रालय बनाया जाएगा.
उन्होंने मिर्जापुर में कल देर शाम चंद्रिका धाम पर लगाई गई चौपाल में मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने देश के विकास के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने केवल लॉलीपाप दिया है. कांग्रेस सरकार ने सबसे बड़ी रोजगार गारंटी योजना मनरेगा दी लेकिन अब मजूदरों की जगह पर मशीनें काम कर रही हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी अगर सत्ता में आती है वह देश के गरीबों किसानों के लिये काम करेगी और उनकी समस्याओं का समाधान करेगी. कांग्रेस की खोई हुई जमीन पुन हासिल करने की कवायद में प्रियंका ने सोमवार को अपनी गंगा यात्रा शुरू की. वह नदी तटों पर अलग अलग वर्ग के लोगों विशेषकर छात्रों से मिलीं.
सिरसा घाट और अन्य जगहों पर जनता को संबोधित करते हुए प्रियंका ने मोदी के 'मैं भी चौकीदार' अभियान की चुटकी ली. उन्होंने कहा कि चौकीदार अमीरों के लिए हैं ना कि किसानों के लिए. साथ ही आरोप लगाया कि धर्म और जाति के मुद्दे उठाये जा रहे हैं क्योंकि सरकार विकास के मोर्चे पर विफल रही है. उन्होंने कहा कि उनकी(मोदी) मर्जी अपने नाम के आगे क्या लगाएं. मुझे एक किसान भाई ने कहा कि देखिए चौकीदार तो अमीरों के होते हैं. हम किसान तो खुद अपने चौकीदार होते हैं.
अपने प्रवास के दौरान प्रियंका ने संगम में पूजा अर्चना की. प्रयागराज के हनुमान मंदिर में दर्शन किए. भदोही में सीता मंदिर और मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए. वाराणसी में उन्होंने बाबा विश्वनाथ के मंदिर में पूजा अर्चना की. वह प्रयागराज में स्वराज भवन गईं और एक कमरे की तस्वीर ट्वीट की, जहां उनकी दादी इंदिरा गांधी ने जन्म लिया था.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रियंका ने कहा कि बीजेपी को जमीनी हकीकत का अहसास करने की आवश्यकता है. योगी का दो वर्ष का रिपोर्ट कार्ड और प्रचार अच्छा लगता है लेकिन हर वर्ग के लोग प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं.