झारखंड की चतरा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सुनील कुमार सिंह ने शानदार जीत हासिल की है. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंंदी कांग्रेस पार्टी के मनोज यादव को 377871 वोटों के बड़े अंतर से हराया है. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सुनील कुमार सिंह को 528077 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मनोज कुमार यादव को 150206 वोटों से संतोष करना पड़ा.
आपको बता दें कि झारखंड की चतरा लोकसभा सीट पर 23 मई को मतगणना हुई थी. चतरा लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को चौथे चरण में मतदान हुए थे. यहां से 26 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार चतरा लोकसभा सीट पर 64.84 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया था. इस संसदीय क्षेत्र में कुल 14 लाख 22 हजार 805 मतदाता पंजीकृत हैं, लेकिन कुल 9 लाख 22 हजार 532 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
जानिए इस चुनाव में किसको कितने वोट मिले
कौन-कौन थे उम्मीदवार
चतरा लोकसभा सीट झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से एक है. इस सीट पर सबकी नजर थी. यहां बीजेपी के वर्तमान सांसद सुनील कुमार सिंह और आरजेडी से सुभाष प्रसाद यादव चुनाव मैदान में थे. इस सीट से 17 निर्दलीय समेत कुल 26 प्रत्याशी चुनावी रण में उतरे थे.
चतरा लोकसभा सीट लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का गढ़ रही है. यहां आरजेडी का मुकाबला बीजेपी के सुनील कुमार सिंह से है. सुनील कुमार सिंह यहां से मौजूदा सांसद हैं. यह सीट नक्सल प्रभावित जिलों पलामू, चतरा और लातेहर में फैली हुई है.
पिछली बार किसने मारी बाजी
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में चतरा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. यहां से बीजेपी के सुनील सिंह ने कांग्रेस के धीरज साहू को हराया था. सुनील सिंह को 2 लाख 95 हजार वोट मिले थे, जबकि धीरज साहू को एक लाख 17 हजार वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर रहे तृणमूल कांग्रेस के नौशाद आलम को करीब 8 हजार वोट मिले थे.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
साल 1957 में इस सीट से जनता पार्टी के विजया राजे जीती थीं. विजया राजे 1962 और 1967 का चुनाव भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत चुकी हैं. साल 1971 में इस सीट से कांग्रेस के शंकर दयाल सिंह जीते थे और 1977 में जनता पार्टी के सुखदेव वर्मा जीतकर संसद पहुंचे थे. साल 1980 में कांग्रेस के रंजीत सिंह जीते थे.
साल 1989 और 1991 का चुनाव जनता दल के टिकट पर उपेंद्र नाथ वर्मा जीतने में कामयाब हुए थे. साल 1996 में पहली बार इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला था और उसके टिकट पर धीरेंद्र अग्रवाल चुनाव जीते थे. साल 1998 का चुनाव भी धीरेंद्र अग्रवाल बीजेपी के टिकट पर जीते थे.
साल 1999 में इस सीट से आरजेडी के नागमणि कुशवाहा जीते थे. इसके बाद साल 2004 में आरजेडी के टिकट पर धीरेंद्र अग्रवाल तीसरी बार सांसद बने थे. इसके बाद साल 2009 में निर्दलीय प्रत्याशी इंद्र सिंह नामधारी चुनाव जीते थे. साल 2014 के चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी.
सामाजिक तानाबाना
चतरा लोकसभा सीट की अधिकांश आबादी गांवों में रहती है और इसमें अधिकतर अनुसूचित जाति के लोग शामिल है. इसके अलावा इस सीट पर पिछड़ी जाति की अच्छी तादात है. इस सीट के तहत चतरा (एससी), लातेहार (एससी), मनिका (एसटी), सिमरिया (एससी) और पांकी विधानसभा सीटें आती हैं.
चतरा संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से तीन अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. चतरा सीट पर अनुसूचित जाति और जनजाति के अलावा पिछड़ी जातियों का खासा दबदबा है. पलामू, चतरा और लातेहर जिले झारखंड के पिछड़े जिलों में से एक है.
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