भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र ब्राह्मण बहुल इलाका है. यही वजह है कि अब तक हुए 16 चुनाव में 8 बार ब्राह्मण प्रत्याशी ने बाजी मारी. यहां की जनता ने 9 बार कांग्रेस, 4 बार बीजेपी, 1 बार जनता दल, 1 बार बीएलडी के प्रत्याशी को चुनाव में जिताकर संसद भेजा. यूपीए सरकार के दौरान यहां के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी के कार्यकाल में भीलवाड़ा में दो इस्पात कारखाने और रेलवे कोच फैक्ट्रियों का शिलान्यास हुआ लेकिन केंद्र में सरकार बदलते ही ये प्रजोक्ट खटाई में पड़ गए. फिलहाल भीलवाड़ा से बीजेपी के सुभाष चंद्र बहेड़िया सांसद हैं. बहेड़िया 1998 में भी यहां के सांसद रह चुके हैं.
इस बार लोकसभा चुनाव में कुल चार उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस ने रामपाल शर्मा को टिकट दिया है. बीजेपी की ओर से सुभाष चंद्र बहेड़िया, बहुजन समाज पार्टी की ओर से शिवपाल गुर्जर और राइट टू रिकॉल पार्टी की ओर से पवन कुमार शर्मा को टिकट दिया गया है.
भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भीलवाड़ा जिले की 7 विधानसभा-आसींद, भीलवाड़ा, मांडलगढ़, शाहपुरा, जहाजपुर, सहाड़ा, मांडल और बूंदी जिले की एक विधानसभा हिडोली आती है. हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों के नतीजों पर नजर डालें तो यहां बीजेपी का पलड़ा भारी है. जिले की 7 में से 5 सीटों- आसींद, भीलवाड़ा, मांडलगढ़, शाहपुरा, जहाजपुर पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि मांडल, सहाड़ा और बूंदी जिले की हिड़ोली सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
कपड़ा नगरी के नाम से विख्यात भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की क्रमांक संख्या 23 है. यह सामान्य सीट है और राजस्थान के मेवाड़-वागड़ क्षेत्र का हिस्सा है. साल 2011 की जनसंख्या के अनुसार यहां की जनसंख्या 27,53,390 है जिसका 80.61 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 19.39 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 17.07 फीसदी अनुसूचित जाति और 10.71 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं. अन्य जातियों की बात करें तो भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा 3 लाख ब्राह्मण हैं जो कुल आबादी के लगभग 15 फीसदी हैं. जबकि दूसरे नंबर पर 1.5 लाख के करीब गुर्जर मतदाता हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के मुताबिक भीलवाड़ा लोकसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 17,54,877 है जिसमें 9,04,030 पुरुष और 8,50,847 महिला मतदाता हैं.
साल 2014 के लोकसभा चुनावों में यहां 63 फीसदी मतदान हुआ था जिसमें बीजेपी को 57.09 फीसदी और कांग्रेस को 34.78 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी के पूर्व सांसद सुभाष बहेड़िया ने कांग्रेस उम्मीदवार अशोक चांदना को 2,46,264 मतों के भारी अंतर से पराजित किया. बीजेपी के सुभाष बहेड़िया को 6,30,317 और कांग्रेस के अशोक चांदना को 3,84,053 वोट मिले थे.
उधर राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने वाले गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता किरोड़ी सिंह बैंसला बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्हें केंद्रीय मंत्री और राजस्थान चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई. बैंसला के बेटे विजय बैंसला ने भी पार्टी की सदस्यता ली. भारतीय सेना में सेवा देने से लेकर अपनी खुद की सेना बनाने वाले बैंसला ने 1962 में चीन के खिलाफ और 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ सैनिक के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं.
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