आगरा सीट से भाजपा के सत्यपाल सिंह बघेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन उम्मीदवार बसपा के मनोज कुमार सोनी को 211546 मतों से हराया है. इस सीट पर कुल 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे.

कब और कितनी हुई वोटिंग
आगरा सीट पर वोटिंग दूसरे चरण में 18 अप्रैल को हुई थी, इस सीट पर 59.18 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इस सीट पर कुल 1934850 मतदाता हैं, जिसमें से 1145084 मतदाताओं ने अपने वोट डाले हैं.
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कौन-कौन प्रमुख उम्मीदवार
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे थे, जिनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस की प्रीता हरित और बहुजन समाज पार्टी के मनोज कुमार सोनी से था. इस सीट पर कुल 9 उम्मीदवार मैदान में हैं.
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2014 का चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में आगरा सीट पर 58.99 फीसदी वोटिंग हुई थी, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया को 54.53 फीसदी (5,83,716) वोट मिले थे और और उनके निकटतम बसपा प्रत्याशी नारायण सिंह सुमन को 26.48 फीसदी (2,83,453) मिले थे. इसके अलावा सपा से महराज सिंह डांगर को महज 12.58 फीसदी (1,34,708) वोट मिले थे. इस सीट पर बीजेपी की रामशंकर कठेरिया ने 3,00,263 मतों से जीत दर्ज की थी.
सामाजिक ताना-बाना
आगरा को दलित और मुस्लिम वोटरों का गढ़ माना जाता है. यहां करीब 37 फीसदी वोटर दलित और मुस्लिम ही हैं. आगरा लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा (एतमादपुर, आगरा छावनी, आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर और जलेसर) सीटें आती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
आगरा का इतिहास
आगरा संसदीय सीट के इतिहास की बात करें तो एक समय में यह कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन पिछले दो दशकों में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी या समाजवादी पार्टी ही जीतती रही है. 1952 से लेकर 1971 तक यहां से कांग्रेस ने जीत दर्ज की. जबकि इमरजेंसी के बाद देश में कांग्रेस विरोधी लहर में चौधरी चरण सिंह की पार्टी भारतीय लोक दल ने जीत हासिल की.
हालांकि, उसके बाद हुए लगातार दो चुनाव 1980 और1984 में कांग्रेस ने जीत के साथ वापसी की, लेकिन उसके बाद कांग्रेस दोबारा इस सीट पर वापसी नहीं कर सकी. 1989 में जनता दल ने इस सीट पर कब्जा किया. 90 के दशक में रामलहर के बाद देश में हुए लगातार तीन लोकसभा चुनाव 1991, 1996 और 1998 में भारतीय जनता पार्टी यहां से जीती. 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी की ओर से बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर ने चुनाव जीता. 2009 और 2014 में भारतीय जनता पार्टी के रामशंकर कठेरिया ने बड़े अंतर से जीत हासिल की.
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