Gujarat Panchayat Aajtak: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत आजतक का मंच सज चुका है. इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा भी शामिल हुए. चड्ढा ने बीजेपी-कांग्रेस पर हमला बोला और सरकार बनाने का दावा किया. उन्होंने ये भी बताया कि क्यों 2017 में आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त हुई थी और अब क्यों आम आदमी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में है.
गुजरात में 2017 के चुनाव में सभी 29 सीटों पर जमानत जब्त होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 2017 का चाहे पंजाब चुनाव हो या गुजरात. दोनों चुनावों में जमीन-आसमान का फर्क है. ये फर्क इसलिए है क्योंकि 2015 में जो क्रांति दिल्ली में हुई थी, वो पंजाब और गुजरात के गांवों तक नहीं पहुंची थी. तब एक साल की हमारी सरकार हुई थी. आज जो गारंटी हमने दिल्ली में दी है, वो पूरा कर रहे हैं. ये चर्चा गुजरा तक पहुंची, तब हमने गुजरात पहुंचकर दमखम के साथ अपनी बात कही है. जो दिल्ली में किया है, वो हर जगह करेंगे.
गुजरात में परिवर्तन की लहर है
राघव चड्ढा ने कहा कि भ्रष्ट और अहंकारी बीजेपी सरकार से गुजरात की जनता मुक्ति चाहती है. परिवर्तन चाहती है. मैं गुजरात में घूमता हूं तो हर इलाके में एक ही शब्द सुनाई देता है, वो है- परिवर्तन. जैसे हम बचपन में एक ऐड देखते थे- ठंडा मतलब कोकाकोला. ठीक वैसे ही गुजरात में परिवर्तन का मतलब अरविंद केजरीवाल. उन्होंने कहा कि गुजरात के सहप्रभारी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी है, वो अपनी क्षमता के अनुसार निभाने की कोशिश करता हूं. हमारे नेता केजरीवाल ने इतनी छोटी उम्र में मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारियां दी हैं. ये युवा पार्टी है. गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया 32 साल के हैं. गुजरात के युवा हमारी पढ़ी लिखी पार्टी से जुड़ रहे हैं.
दिल्ली में कांग्रेस को उखाड़ फेंका था
पंजाब से अलग चुनाव के सवाल पर कहा कि हर चुनाव अलग होता है. दिल्ली को पंजाब से, पंजाब को गुजरात से और गुजरात को छत्तीसगढ़ से तुलना नहीं कर सकते हैं. मिजाज अलग होता है. लेकिन हां, एक समानता ये होती है कि जनता के अंदर बदलाव और परिवर्तन लाने की. दिल्ली में शीला दीक्षित की 15 साल से सरकार थी और कहा जाता था कि यहां किसी की सरकार बनना मुश्किल है. ये भी कहते थे कि हिंदुस्तान से कांग्रेस हर स्टेट से गायब हो सकती है, लेकिन दिल्ली से नहीं. और दिल्ली के लोगों ने वहां एक छोटी सी और नई नवेली पार्टी की सरकार बनवाई. गरीब पार्टी को सेवा करने का मौका दिया.
पंजाब में 50 साल से कांग्रेस-अकाली दल की सरकारें थीं
पंजाब में 50 साल से अकाली दल तो कभी कांग्रेस की सरकारें हुआ करती थीं. म्युजिकल चेयर चलती थी. पंजाब के लोगों ने 50 साल के शासन को उखाड़ फेंका और आप को मौका दिया. इसी तरह तरह गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस की सरकारें रही हैं. गुजरात का निर्माण 1960 में हुआ था. 2022 तक 35 साल कांग्रेस, 27 साल बीजेपी की सरकार रही है. इसके बाद भी लोग बिजली, पानी और सड़कों की मांग कर रहे हैं. ये लोग बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दे पाए. अपने पुरानी पार्टियों को हटाकर पढ़ी लिखी ईमानदार पार्टी को मौका दे रहे हैं. केजरीवाल को चुन रहे हैं.
देश में आज बीजेपी से मुकाबले के लिए एक ही पार्टी
उन्होंने कहा कि ये धारणा है कि हम उन्हीं राज्यों में अच्छा करते हैं, जहां कांग्रेस से टक्कर होती है. ये गलत है. 2015 का दिल्ली चुनाव सबसे बड़ा चुनाव था. तब कांग्रेस मैदान में नहीं थी. बीजेपी बनाम आप का चुनाव था. बीजेपी को हम वहां 32 सीटों से 3 सीटों पर ले आए. हम बीजेपी के सामने कमजोर नहीं पड़ते. ना घुटने टेकते हैं. आज देश में सिर्फ एक ही पार्टी है- वो आप है. कांग्रेस तो दूर तक नहीं है. हिमाचल में हम बहुत अच्छा करेंगे. देश की राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा बनाम आप के बीच चुनाव होने वाले हैं.
कांग्रेस तो अब एनजीओ बन गई
आप को वोट कटुआ पार्टी कहे जाने के सवाल पर कहा कि हमें बीजेपी, कांग्रेस के परंपरागत और साइलेंट वोट भी समर्थन दे रहे हैं. वोट दे रहे हैं. उन्होंने सर्वे के आंकड़े भी गिनाए. कहा- हम सबका वोट ले रहे हैं. आज कांग्रेस पार्टी की 2022 के चुनाव में 5 सीटों से ज्यादा नहीं आ रही हैं. कांग्रेस एनजीओ बन गई है. ये सिर्फ चुनाव में दिखते हैं.
बीजेपी अब हमारे वोट काटने में लगी है
बीजेपी सारी पार्टियां स्पांसर करके लाती हैं और हमारे वोट काटना चाहती है. किसानों की पार्टी बना देती है. पंजाब में पानी, बिजली के क्षेत्र में क्रांति आई है. एक ही नेता है, जो कहता है, वो करके दिखाता है. एक ही शख्स है जो ईमानदार है. पंजाब के बारे में कहा जाता था कि वहां कर्ज है, कैसे वादे पूरे करेंगे. हम केजरीवाल के नाम पर चुनाव लड़ते हैं.
केजरीवाल को भगवान कृष्ण का आशीर्वाद
उन्होंने दीवार फिल्म का डायलॉग सुनाया. कहा- बीजेपी वाले आते हैं और कहते हैं कि हमारे पास ईडी है, सीबीआई, पुलिस, पावर, आईटी है तो हम कहते हैं कि हमारे पास केजरीवाल हैं. जिन्हें भगवान कृष्ण का आशीर्वाद है. चड्ढा ने केजरीवाल को गुरु बताया और खुद को चेला. कहा- मैं उनकी उंगली पकड़ कर राजनीति सीखा हूं. वो मेरे हीरो हैं. मैं उनका फैन हूं. हम इमोशनली केजरीवाल से जुड़ा हूं. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेट था. आंदोलन में केजरीवाल से जुड़ गया. गोपाल पेशे से कांस्टेबल थे. हम पढ़े लिखे वो युवा हैं, जिनमें देश के लिए कर गुजरने की भावना है. देश की राजनीति को कीचड़ से निकालना है.