दिल्ली की सियासत में कांग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने के लिए हर संभव कोशिश में जुट गई है. 2020 के शुरुआत में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस दो जनवरी से घर-घर जाकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी की पोल खोल अभियान की शुरुआत करेगी. इसके अलावा दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस बीजेपी का 'मेरा बूथ-सबसे मजबूत' फॉर्मूला भी अपना रही है.
दिल्ली चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन कीर्ति आजाद ने बताया कि 'मेरा बूथ-सबसे मजबूत' अभियान शुरू कर दिया गया है. इसके लिए बूथ स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की तैनाती के लिए तेजी से काम शुरू हो चुका है. दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र में करीब 13816 बूथ हैं, जहां कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने में लगी हुई है.
दिलचस्प बात यह है कि 'मेरा बूथ-सबसे मजबूत' फॉर्मूले को बीजेपी ने शुरू किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस फॉर्मूले के जरिए केंद्र और कई राज्यों की सियासी जंग को फतह किया था. बीजेपी की कामयाबी को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस ने भी इसे अपनाने का फैसला किया है. इस फॉर्मूले को बीजेपी से कांग्रेस में आए कीर्ति आजाद दिल्ली में शुरू कर रहे हैं.
कीर्ति आजाद ने बताया कि पार्टी ने दिल्ली में चुनाव अभियान को प्रभावी रुप से चलाने के लिए सभी मोर्चों पर रणनीति तैयार कर ली है. पहले चरण में 2-6 जनवरी तक कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर बीजेपी व आप पार्टी की जन विरोधी नीतियों को लोगों तक पहुंचाएंगे. केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों, जानलेवा प्रदूषण, आर्थिक मंदी, बढ़ती बेरोजगारी, अनाधिकृत कॉलोनी व झुग्गी वासियों के साथ हो रहे धोखे को देखते हुए पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि घर-घर जाकर लोगों को अवगत कराया जाए.
इसके साथ ही कांग्रेस दिल्ली में अपने 15 साल के शासनकाल में हुई उपलब्धियों को भी दोबारा लोगों तक पहुंचाने की रणनीति बनाई है. जिला और ब्लॉक स्तर पर चुनाव अभियान समितियां गठित करने सहित पार्टी स्थानीय प्रचार माध्यमों के तौर पर सोशल मीडिया और डिजिटल के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेगी. इसके लिए कांग्रेस कार्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा. कंट्रोल रूम से पार्टी बीजेपी और आप के खिलाफ आक्रामक प्रचार शुरू करेगी.