पश्चिम बंगाल की सियासी जंग फतह करने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. उत्तर प्रदेश में गांधी परिवार के दुर्ग अमेठी में उतरकर राहुल गांधी को मात देने वाली बीजेपी की फायर ब्रिगेड नेता व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बंगाल के रण में उतरकर ममता बनर्जी से दो-दो हाथ करती नजर आ रही हैं. नंदीग्राम में बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के नामांकन में पहुंची स्मृति ईरानी ने धाराप्रवाह बंगाली में बोलते हुए ममता पर जमकर हमला बोला.
बता दें कि बीजेपी के नेता 'जैसा देश वैसा भेष' की कहावत को खूब समझते ही नहीं बल्कि इसका अनुसरण भी काफी अच्छे से करते हैं. इसी का नतीजा है कि बीजेपी के नेता जिस भी राज्य में जाते हैं, उसी की संस्कृति में रचे-बसे नजर आते हैं, फिर चाहे पहनावा हो या फिर बोली. बंगाल के सियासी रण में ममता को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीजेपी ने स्मृति ईरानी को उतारा है. स्मृति ईरानी पूरी तैयारी से ममता के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए उतरी हैं और बांग्ला भाषा के जरिए लोगों से सीधे रूबरू हो रही हैं. इस तरह से बंगाल के लोगों को दिल में जगह बनाने की रणनीति बीजेपी ने अपनाई है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बंगाला के लोगों से सीधे कनेक्ट करने के लिए उन्हीं की बंगाली भाषा को सियासी हथिया के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं. ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बोल रहा है नंदीग्राम, सभी के मुंह में है जय श्री राम, जय श्री राम. इस विश्वास के साथ की राम राज की कल्पना जो महिला सम्मान की है. गौरव की है. राम राज की कल्पना हर व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की है.
सुभेंदु अधिकारी के नामांकन दाखिल करने के पहले हल्दिया में आयोजित जनसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि दीदी ने कहा कि मेय (लड़की) को वोट दें. कौन टीम को वोट देना होगा, जिनसे 80 साल की महिला को मारा है. पेड़ में लटका दिया है. उस महिला को वोट दें. उस महिला को वोट दें, तो मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन नहीं करने दे रहे हैं और नंदीग्राम में वोट के लिए चंडी पाठ कर रहे हैं. बोल रही हैं कि खेला होबे.. दीदी खेला कितना विराट है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि अच्छा खेल की हैं दीदी, काम कर रहे हैं मोदी, फोटो खींच रही हैं दीदी. दीदी आप लोगों के जीवन से खेला किए हैं. आपके खेला से बंगाल की मिट्टी रक्त से लाल हो गई है. खेला कर ही भवानीपुर छोड़ा है. खेला किसके साथ किया है. खेला भवानीपुर से किया है या नंदीग्राम से खेला करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि दीदी बंगाल से जा रही हैं. उन्होंने कहा कि दीदी बोलती है की खेला होगा, हां आपने खेला ही किया है, मनुष्य जीवन के संग खेला किया है, बंगाल के सम्मान के साथ खेला किया है.
दरअसल, स्मृति ईरानी गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली के सियासी मैदान में जब उतरी थीं तो उन्होंने वहां के लोगों को दिल जीतने के लिए तमाम जतन किए थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद भी अमेठी में सक्रिय रहीं और पांच साल में ऐसी सियासी बिसात बिछाई की राहुल गांधी चारों खाने चित हो गए. यही नहीं स्मृति ईरानी काफी तेज तर्रार नेताओं के तौर पर जानी जाती हैं. प्रखर वक्ता हैं व बेहतरीन भाषण देती हैं, जिनसे लोगों को सीधे जोड़ती हैं. उनके करिश्माई अंदाज अमेठी के बाद अब नंदीग्राम में देखने को मिला.
स्मृति ईरानी बीजेपी के लिए ट्रंपकार्ड के तौर पर हैं. यही वजह है कि जब भी सोनिया गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक बीजेपी सरकार को निशाने पर लेती हैं तो जवाब देने के लिए बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी आगे नजर आती हैं. वहीं, अब बंगाल विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने स्मृति ईरानी को ममता बनर्जी के सामने मोर्चे पर लगाया है. वो धाराप्रवाह बंगाली में भाषा में बोलते हुए ममता बनर्जी से दो-दो हाथ कर रही हैं. देखना है स्मृति ईरानी के बंगाली में दिया जा रहा भाषण बीजेपी के लिए सियासी तौर पर कितना कारगार साबित होगा?