पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के बाद सियासी पारा बढ़ गया है. ममता बनर्जी के घायल होने के बाद विपक्षी दल फ्रंटफुट पर आ गए हैं. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, 'बंगाल में खेला होबे!… चारों ओर से घिर गई भाजपा.'
शिवसेना ने कहा कि कृषि कानूनों से नाराज देशभर के किसान और उनकी किसान पंचायत पश्चिम बंगाल के चुनावी समर में कूदने वाली है, जो भाजपा नीत केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करेंगे, वहीं दूसरी ओर टीएमसी ने भी अब भाजपा के कुप्रचार के खिलाफ कमर कस ली है.
शिवसेना ने कहा, 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घायल होने को लेकर भाजपाई जिस तरह से निचले दर्जे के बयान दे रहे हैं, उसे देखकर सत्ताधारी टीएमसी भाजपा को चारों ओर से घेरने में जुट गई है. ममता बनर्जी ने भी अस्पताल से घोषणा की है कि वे भले ही कुछ दिनों तक व्हीलचेयर पर ही रहें, पर वहीं से चुनाव की कमान संभाले रहेंगी, बंगाल में खेला जरूर होबे.'
शिवसेना ने कहा, 'टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और दो अन्य नेताओं के हस्ताक्षर की एक चिट्ठी राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपी गई है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री पर हुए हमले की क्रोनोलॉजी समझाई है.'
व्हीलचेयर से दीदी करेंगी प्रचार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अस्पताल से वीडियो जारी कर अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा, `उन्हें काफी गंभीर चोटें आई हैं, काफी दर्द हो रहा है और वे दो-तीन दिनों में बाहर आएंगी.’ उन्होंने समर्थकों से कहा, ‘वे संयम से काम लें और शांति बनाए रखें. मैं व्हीलचेयर से ही आगे का चुनाव प्रचार करूंगी.’
बंगाल पहुंची किसान महापंचायत
किसान आंदोलन के नेताओं ने भी फैसला किया है कि वे बंगाल में केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ महापंचायत करेंगे. सरकार की नीतियों को जनता के सामने उजागर करेंगे और जनता से सवाल करेंगे कि क्या उन्हें एमएसपी मिल रही है या नहीं? किसानों के इस फैसले से भाजपा चारों ओर से घिर गई है.