ममता बनर्जी को नंदीग्राम में लगी चोट का मामला चुनाव आयोग (ECI) तक पहुंच चुका है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग को नंदीग्राम घटना पर एक पत्र लिखा था, जिस पर अब आयोग ने जवाब दिया है. आयोग ने सीएम ममता बनर्जी के चोट लगने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. साथ ही कहा कि इस मामले की तत्परता और गहराई से जांच जरूरी है.
चुनाव आयोग ने TMC के पत्र के जवाब में कहा कि बंगाल का लॉ एंड ऑर्डर हमारे अधीन नहीं है, न ही हमने इसे ओवरटेक किया है. डीजीपी को बिना किसी बातचीत के नहीं हटाया गया. चुनाव आयोग ने कहा कि हमारे ऊपर आरोप लगाना सही नहीं है. आयोग ने यह भी कहा कि पत्र आरोपों से भरा हुआ था. फिलहाल चुनाव आयोग अब आगे की कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
वहीं, नंदीग्राम घटना को लेकर TMC का एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों से शुक्रवार को मुलाकात करने वाला है. जिसमें टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन, सौगत रॉय, काकोली घोष, शताब्दी रॉय, प्रतिमा मंडल और सांतनु सेन का नाम शामिल है.
मालूम हो कि TMC के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा था कि बंगाल में चुनावों की घोषणा के बाद कानून-व्यवस्था निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी बन गई है. ऐसे में नंदीग्राम की घटना पर सवाल उठने लाजिमी है.
बता दें कि TMC के नेताओं ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि ममता बनर्जी पर 'हमले' की आशंका की रिपोर्ट के बावजूद आयोग ने कुछ नहीं किया.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की सीएम बनर्जी ने बुधवार (10 मार्च) को आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें धक्का दिया गया, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गईं और उन्हें चोट लगी. हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए जांच की मांग की है.