पश्चिम बंगाल में चार चरण के मतदान हो चुके हैं. वहीं आठ चरणों में हो रहे चुनाव की आधी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. ऐसे में अब पांचवें चरण के मतदान से पहले का चुनाव प्रचार चल रहा है. चुनाव आयोग ने 24 घंटे के लिए ममता बनर्जी के प्रचार करने पर रोक लगा दी है. ममता पर लगा यह बैन सोमवार रात 8 बजे से लागू है.
जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई ममता बनर्जी के 2 बयानों के चलते की है. बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने हुगली में ममता के जनसभा के दौरान साम्प्रदायिक मसले पर खुलेआम वोट मांगने के बयान पर उन्हें नोटिस भेजा है. वहीं ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर मंगलवार को दोपहर 2 बजे कोलकाता के गांधी मूर्ति में धरना देने का ऐलान कर दिया है. वहीं सासंद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया.
ममता बनर्जी की आज (मंगलवार) होने वाली रैली में कुछ बदलाव हुए हैं. बताया जा रहा है कि ममता अब मंगलवार को होने वाली तय चुनावी रैली के लिए उत्तर बंगाल नहीं जाएंगी. बल्कि ममता बैन के ठीक चौबीस घंटे पूरे होने पर रात 8 बजे के बाद साल्ट लेक में बिधाननगर प्रत्याशी सुजीत बोस के लिए जनसभा को संबोधित करेंगी. ममता बारासात में अपने प्रत्याशी चिरंजीत चक्रवर्ती के लिए प्रचार करेंगी.
चुनाव प्रचार खत्म होने की अवधि में बदलाव
बता दें कि चुनाव आयोग ने पांचवें चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने की अवधि में भी बदलाव किया है और अब 72 घंटे पहले ही प्रचार खत्म करना होगा. जबकि मतदान के लिए तय अवधि खत्म होने से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद होता है. आयोग ने हालात के मद्देनज़र इसे बढ़ाकर 72 घंटे कर दिया है, यानी अब 17 अप्रैल को होने वाले पांचवें चरण के मतदान के लिए प्रचार 15 अप्रैल के बजाए 14 अप्रैल की शाम को ही खत्म हो जाएगा.