कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद से ही तैयारी में जुटी हुई थी. राहुल गांधी का दो सप्ताह का दौरा हुआ जिसमें भरपूर समर्थन मिला. प्रियंका की मोतिहारी में बड़ी रैली हुई. इसके बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक भी हुई जिसमें रणनीति बनाई गई. पार्टी का कहना है कि वे पहले से तैयार थे और चुनाव की तारीखें त्योहारों के बाद की हैं, जिससे किसी को आपत्ति नहीं होगी. देखें क्या बोले अखिलेश प्रसाद?