6. रिपोर्ट में भारत के इंजीनियरों के कम रोजगार के प्राथमिक कारण दिए गए हैं - केवल 40 प्रतिशत इंजीनियरिंग छात्र एक इंटर्नशिप करते हैं, जबकि केवल 7 प्रतिशत छात्र कई इंटर्नशिप करते हैं.
5. इंटर्नशिप की कमी के अलावा, इंजीनियरों के पास कम रोजगार भी है क्योंकि केवल 36 प्रतिशत ही अपने कोर्स से परे प्रोजेक्ट करते हैं. इस प्रकार, वे विभिन्न स्थितियों में समस्याओं को हल करने के लिए योग्य नहीं हो पाते.
7. इंजीनियरों की कम रोजगार क्षमता में एक और समस्या यह है कि इस विषय को कॉलेजों में बहुत ही सैद्धांतिक तरीके से पढ़ाया जाता है.